उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक ऐसा कानून पास किया है, जिसके तहत छात्रों को प्री-प्राइमरी स्कूल से ही देश के तानाशाह किम जोंग-उन के बारे में पढ़ना होगा। स्थानीय अखबारों के मुताबिक, उत्तर कोरिया के पाठ्यक्रम में जो नया प्रावधान जोड़ा गया है, उसके तहत छात्रों को हर दिन डेढ़ घंटे तक तानाशाह के बारे में पढ़ना होगा। इसे महानता शिक्षा नाम दिया गया है, जिसके जरिए शासन लोगों को उत्तर कोरिया के नेतृत्व के प्रति वफादार बनाना चाहता है।
बताया गया है कि किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने हाल ही में ग्रेटनेस एजुकेशन (महानता शिक्षा) के पाठ्यक्रम में बदलाव के आदेश दिए थे और नया पाठ्यक्रम अब देश के सभी स्कूलों तक पहुंचा दिया गया है। दक्षिण कोरिया के एक अखबार डेली NK के मुताबिक, नया पाठ्यक्रम पांच और छह साल के बच्चों की तरफ लक्षित है। उन्हें हर दिन 30-30 मिनट किम जोंग-उन के पिता किम जोंग-इल और दादा किम इल-सुंग के बचपन के बारे में भी पढ़ाया जाएगा और बाकी 30 मिनट देश के क्रांतिकारी गानों के बारे में भी बढ़ाया जाएगा।
किम जोंग-उन के बारे में क्या पढ़ाया जाएगा?: बताया गया है कि नए पाठ्यक्रम में बच्चों को किम जोंग-उन के बचपन के बारे में भी पढ़ाया जाएगा और बताया जाएगा कि जब किम 5 साल के थे, तब वे याच की सवारी करते थे, टारगेट प्रैक्टिस में माहिर थे और पढ़ाई में दिलचस्पी रखते थे। इसके अलावा उन्हें किम के किस्से भी सुनाए जाएंगे।
जानकारों के मुताबिक, नए पाठ्यक्रम की वजह से बच्चों को काफी नुकसान हो सकता है। इसकी वजह यह है कि पहले ही प्री-स्कूल में बच्चों के पास स्कूल में कुल 3 घंटे होते हैं। इनमें कुछ समय फिजिकल एजुकेशन, नाटक और पढ़ाई के लिए निर्धारित है। नए पाठ्यक्रम के तहत अब उन्हें ‘महानता शिक्षा’ के लिए कुछ अतिरिक्त समय देना होगा।