उत्तरी कोरिया ने एलान किया है कि उसने हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। सरकारी टीवी के न्यूज एंकर ने बताया कि देश के पहले हाइड्रोजन बम का परीक्षण छह जनवरी 2016 को सुबह 10 बजे सफलतापूर्वक किया गया। हमारे ऐतिहासिक हाइड्रोजन बम की शानदार सफलता के साथ ही हम एडवांस्ड न्यूक्लियर देशों की श्रेणी में आ गए हैं। एंकर के अनुसार यह टेस्ट एक छोटी डिवाइस का था। किम जोंग उन ने अपने जन्मदिन से दो दिन पहले व्यक्तिगत रूप से इस टेस्ट का आदेश दिया।
न्यूज एंकर ने बताया कि यह परीक्षण पूरी तरह से हमारी तकनीक पर आधारित है और इससे पता चलता है कि हमारे नए विकसित तकनीकी स्रोत सटीक और वैज्ञानिक रूप से दक्ष हैं। पिछले महीने एक निरीक्षण दौरे के दौरान किम जोंग उन ने बताया था कि उत्तरी कोरिया ने हाइड्रोजन बम बना लिया है, हालांकि उनके इस दावे पर अंतरराष्ट्रीय जानकारों में संदेह था। हाइड्रोजन बम विस्फोट के बाद एक कतार में प्रतिक्रिया देता है जिससे ताकतवर धमाका होता है।
उत्तरी कोरिया के इस दावे के बाद अधिकतर जानकारों का मानना है कि प्योंगयोंग कई सालों से हाइड्रोजन बम बनाने की तैयारी कर रहा था, हालांकि इस मामले में उत्तरी कोरिया की दक्षता को लेकर विशेषज्ञ बंटे हुए हैं। उत्तरी कोरिया का कहना है कि वह इसका इस्तेमाल करने की पहल नहीं करेगा लेकिन जब तक अमेरिका की उत्तरी कोरिया विरोधी नीतियां जारी रहेंगी वह हमारे परमाणु कार्यक्रम को नहीं रोकेंगे।
बम के परीक्षण के एलान से थोड़ी ही देर पहले अमेरिकी जिओलॉजिकल सर्वे ने एक 5.1 तीव्रता का भूकंप दक्षिण कोरिया से 49 किलोमीटर दूर दर्ज किया था। बताया जाता है कि इसी जगह पर हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया गया था। दक्षिण कोरियार्इ प्रशासन का कहना है कि उसे संदेह है कि यह यह मानव निर्मित भूकंप था।
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