माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज डेस्कटॉप , टैबलेट और फोन विभाग के जनरल मैनेजर पीटर स्किलमैन ने दावा किया है नोकिया के मोबाइल फोन ने अफगानिस्तान में एक व्यक्ति की जान बचाई। पीटर के मुताबिक अफगानिस्तान में एक व्यक्ति पर चली गोली उसके नोकिया फोन में आकर धंस गई और उस व्यक्ति की जान बाल बाल बच गई। पीटर ने उस फोन की तस्वीर भी ट्विटर पर पोस्ट की। इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि गोली नोकिया के फोन में पूरी तरह धंस गई है। आपको बता दें कि नोकिया के मोबाइल फोन अपनी मजबूती के लिए जाने जाते थे। नोकिया के एक मोबाइल 3310 की मजबूती को लेकर तो काफी जोक्स बनाए गए थे। अफगानिस्तान की यह घटना नोकिया की मजबूती की कहानी बयान करती है। नोकिया 301 को 2013 में लॉन्च किया गया था। जिस वक्त गोली चली उस वक्त यह फोन ऊपर की जेब में रखा हुआ था। फोन में धंसी गोली को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस फोन ने निश्चित तौर पर व्यक्ति की जान बचाई है। इससे पहले साल 2014 में भी नोकिया मॉडल लूमिया 520 ने भी ब्राजील में एक पुलिस वाले की जान बचाई थी। पुलिसकर्मी पर चली गोली लूमिया 520 पर लगी और पुलिस वाले की जान बच गई। नोकिया को मोबाइल फोन की मजबूती के लिए जाना जाता था।

वहीं अगर आज के मोबाइल फोन की बात करें तो हाल ही में सैमसंग गैलेक्सी नोट 7 में दुनिया भर के देशों से बैट्री विस्फोट की शिकायते सामने आईं थी। इसके बाद सैमसंग ने दुनिया भर से इस फोन की यूनिट वापस बुलाईं थी। विस्फोट की इन घटनाओं के चलते  विमानन नियामक डीजीसीए ने हवाई सफर के दौरान इस मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी थी। अमेरिकी विमानन सुरक्षा नियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने इस संबंध में सबसे पहले चेतावनी जारी की थी। इसके बाद डीजीसीए की ओर से भी कहा गया कि यात्री सफर के दौरान इस फोन को चार्ज या चालू न करें। यह भी सुझाव दिया गया है कि यात्री किसी चेक किए गए बैगेज में गैलेक्सी नोट 7 मोबाइल फोन को न रखें। विमानों के परिचालन और यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया गया है। सैमसंग इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि वह डीजीसीए के नोटिस से अवगत हैं। उपभोक्ता की सुरक्षा और मन की शांति कंपनी की सर्वोच्य प्राथमिकता है। गैलेक्सी नोट 7 की बिक्री भारत में नहीं शुरू हुई है। सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए इसकी बिक्री यहां लंबित की गई है।