आर्थिक विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम की घोषणा कर दी गई है। इस साल इकोनोमिक्स साइंस के लिए नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से बेन एस बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को प्रदान किया गया है। उन्हें यह सम्मान “बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध” के लिए प्रदान किया गया।

नोबेल समिति ने कहा कि तीनों पुरस्कार विजेताओं ने विशेष रूप से वित्तीय संकट के दौरान अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका के बारे में काफी सुधार किया है। उनके शोध में एक महत्वपूर्ण खोज यह है कि बैंक के पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है।

आगे कहा गया, “आधुनिक बैंकिंग अनुसंधान स्पष्ट करता है कि हमारे पास बैंक क्यों हैं और उन्हें संकट की स्थितियों में कैसे कम संवेदनशील बनाया जाए और कैसे बैंक के पतन से वित्तीय संकट बढ़ जाते हैं। इस शोध की नींव 1980 के दशक की शुरुआत में बेन बर्नानके, डगलस डायमंड और फिलिप डायबविग द्वारा रखी गई थी। उनका विश्लेषण वित्तीय बाजारों को विनियमित करने और वित्तीय संकटों से निपटने में बहुत व्यावहारिक महत्व रखता है।”

आर्थिक विज्ञान में सेवरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। हालांकि, अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत में अर्थशास्त्र पुरस्कार का उल्लेख नहीं किया है। स्वेरिग्स रिक्सबैंक ने 1968 में पुरस्कार की स्थापना की और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज को 1969 में शुरू होने वाले आर्थिक विज्ञान में पुरस्कार विजेताओं के चयन का कार्य दिया गया।

2021 में आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट, गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को दिया गया था। पुरस्कार का आधा हिस्सा डेविड कार्ड को श्रम अर्थशास्त्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया था, जबकि अन्य आधा संयुक्त रूप से जोशुआ डी. एंगिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को संबंधों के विश्लेषण में उनके पद्धतिगत योगदान के लिए दिया गया था।

आर्थिक नोबेल की घोषणा नोबेल शांति पुरस्कार के बाद की जाती है। इस बार नोबेल पीस प्राइज बेलारूस, रूस और यूक्रेन के नागरिक अधिकार प्रचारकों को दिया गया है। नोबेल समिति ने बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बियालियात्स्की, रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को शांति पुरस्कार से सम्मानित किया है।