सभी को आश्चर्य में डालते हुए संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की भारतीय मूल की राजदूत निक्की हेली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 46 वर्षीय हेली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। एक बिरले कदम के तहत उन्होंने ओवल आॅफिस में हेली के इस्तीफे की घोषणा की और उनके काम की तारीफ की। ट्रंप ने आनन-फानन में बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं यह (ओवल आॅफिस विदाई) करना चाहता था क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में राजदूत निक्की हेली मेरे लिए खास रही हैं। उन्होंने असाधारण कार्य किया है। वह बहुत ही अच्छी शख्सियत और महत्वपूर्ण हैं। लेकिन वह ऐसी भी हैं जो अपनी बात मनवा लेती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्होंने करीब छह महीने पहले कहा था, ‘‘मैं थोड़ा अवकाश लेना चाहती हूं’। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पद से इस्तीफा दे चुकीं निक्की हेली के बेहतरीन सहयोग एवं समर्थन की सराहना की। गुटेरेस फिलहाल इंडोनेशिया की यात्रा पर हैं, जहां वह बाली में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ के नेताओं से मुलाकात करेंगे। वह यहां अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक समह की सालाना बैठकों में भी शिरकत करेंगे।
ट्रंप की उदारवादी रिपब्लिकन समझी जाने वाली हेली ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में उतरने से इनकार किया और कहा कि अब वह अगले दो साल तक ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति चुने जाने के अभियान में जुट जाएंगी। किसी राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल में पहली भारतीय अमेरिकी हेली ने कहा कि इस पद पर सेवा देना उनके जीवन में एक बड़ा सम्मान है। पंजाब के भारतीय प्रवासियों की संतान हेली ने कहा कि दक्षिण कैरोलिना की गर्वनर के रूप में छह साल समेत आठ साल के व्यस्त जीवन के बाद वह कुछ अवकाश लेना चाहती हैं।

