भारत में हाल के दिनों में कई स्वयंभू बाबा और अध्यात्मिक गुरु अपने भक्तों के यौन उत्पीड़न के मामलों में फंसे हैं। अब भारत के पडो़सी देश नेपाल से भी ऐसी ही खबरें आ रही हैं। दरअसल नेपाल के अध्यात्मिक गुरु और अपने समर्थकों के बीच भगवान बुद्ध का अवतार माने जाने वाले राम बहादुर बोमजन के खिलाफ नेपाल पुलिस और केन्द्रीय जांच एजेंसियां जांच में जुटी हैं। राम बहादुर बोमजन पर अपने कुछ समर्थकों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। नेपाल के अध्यात्मिक गुरु के खिलाफ जांच में तेजी इसलिए भी आयी है कि क्योंकि बीते दिनों में उनके आश्रम से उनके कुछ समर्थक गायब हो गए हैं।

नेपाल के सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के प्रवक्ता उमा प्रसाद चतुर्बेदी ने एएफपी के साथ बातचीत में बताया कि ‘राम बहादुर बोमजन के खिलाफ मिली शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। जांच अभी शुरुआती चरण में है, इसलिए अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा सकती।’ बता दें कि 28 वर्षीय अध्यात्मिक गुरु राम बहादुर बोमजन के नेपाल में काफी समर्थक हैं। राम बहादुर बोमजन साल 2005 के बाद से नेपाल में काफी लोकप्रिय हो गए हैं। बोमजन के बारे में कहा जाता है कि वह बिना पानी, भोजन और नींद के कई महीनों तक ध्यान कर सकते हैं। नेपाल में राम बहादुर बोमजन को भगवान बुद्ध का अवतार माना जाता है।

बोमजन को कथित चमत्कार या कहें कि ध्यान-मग्न स्थिति में देखने के लिए उनके समर्थकों की लंबी कतार लगती है। हालांकि राम बहादुर बोमजन पर पिछले काफी समय से आरोप लगते रहे हैं। बीते साल सितंबर में भी एक 18 वर्षीय युवती ने राम बहादुर बोमजन पर उसके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही दर्जनभर अन्य लोगों ने भी कथित अध्यात्मिक गुरु के खिलाफ उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि कथित अध्यात्मिक गुरु से संबद्ध संगठन बोद्धि शरवन धर्म संघ ने राम बहादुर बोमजन का बचाव किया है और उनके खिलाफ लगे आरोपों को निराधार बताया है। नेपाल की एक वेबसाइट setopati.com ने अपनी कुछ खबरों में राम बहादुर बोमजन पर लगे आरोपों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसे बोद्धि शरवन धर्म संघ द्वारा नकार दिया गया है।