नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की भारत यात्रा की सफलता इस पर निर्भर करती है कि वे आंदोलनकारियों की मांगों पर किस तरह का रुख अपनाते हैं। यह बात शनिवार को एक वरिष्ठ मधेसी नेता ने कही और साथ ही इस बात पर जोर दिया कि उनका विरोध-प्रदर्शन केवल अस्थायी रूप से निलंबित हुआ है।

यूनाइटेड डेमोक्रेटिक मधेसी फ्रंट (यूडीएमएफ) के घटक सद्भावना पार्टी के अध्यक्ष राजेंद्र महतो ने कहा कि 19 फरवरी से शुरू होने वाली ओली की छह दिवसीय भारत यात्रा तभी सफल होगी, जब ओली उनकी चिंताओं के समाधान के लिए प्रतिबद्धता जताएं। उन्होंने काठमांडो में कहा, ‘यूडीएमएफ की ओर से शुरू किए गए और छह महीने तक चले आंदोलन के दौरान लोगों और भारत सरकार की ओर से हमारे मुद्दों को भारी समर्थन प्रदर्शित किया गया था। इसलिए अगर प्रधानमंत्री अपनी भारत यात्रा को सफल बनाना चाहते हैं तो उन्हें हमारे मुद्दों का समाधान करना चाहिए।’ नेपाल सरकार को ओली की यात्रा शुरू होने से पहले सकारात्मक संकेत देने चाहिए ताकि उन्हें वहां सकारात्मक रुख मिले।’

महतो ने कहा कि यूडीएमएफ की ओर से शुरू आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है जिसमें तराई-मधेसी लोकतांत्रिक पार्टी और मधेसी जन अधिकार फोरम नेपाल भी शामिल था। उन्होंने कहा, ‘हमने केवल आंदोलन का स्वरूप बदला है, यह अभी समाप्त नहीं हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में हमने सीमा केंद्रित आंदोलन को परिवर्तित किया है ताकि लोगों को कुछ राहत मिले। लेकिन आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है।’