नेपाल में विनाशकारी भूकंप के छठवें दिन मलबे से दो लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया। काठमांडू के गोंगाबू इलाके में गुरुवार को बचावकर्मियों ने सात मंजिला हिल्टन होटल के मलबे से 15 साल के किशोर पेंबा तमांग को जीवित बाहर निकाला। वहीं काठमांडू के बस टर्मिनल के पास एक ध्वस्त इमारत से एक महिला को सकुशल बाहर निकाला गया।

120 घंटे तक मलबे में दबे रहे तमांग की खुशकिस्मती रही कि वह ऐसी जगह फंसा था, जहां घी का जार रखा था और उसने घी पीकर ही खुद को जिंदा रखा। इस चमत्कारिक घटना को देखने के लिए वहां हजारों की भीड़ इकट्ठा थी, जिसने तालियों और जोश भरे नारों से उसका स्वागत किया।

वहीं एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 20 वर्षीय कृष्णा देवी खडका को बस टर्मिनल के पास गिरी इमारत से निकालने में दस घंटे से ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार गुरुवार शाम बचावकर्मी उसकी जिंदगी बचाने में कामयाब रहे।

गौरतलब है कि गुरुवार को भी बचावकर्मियों ने 27 वर्षीय युवक ऋषि खनल को मलबे से 82 घंटे के बाद बाहर जिंदा निकाला था। भूख प्यास से तड़प रहे खनल को जिंदगी बचाने के लिए स्वमूत्र भी पीना पड़ा था और उसके एक पैर में गहरी चोट आई थी। इसके पहले एक चार माह के शिशु को भी ऐसे ही अभियान के जरिये बचाया गया है।

इनपुट एजेंसियां