अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के साथ आतंकवाद और चरमपंथ से मुकाबले के लिए अपनी प्रतिबद्धता फिर दोहरायी।
व्हाइट हाउस ने कल एक बयान में कहा कि शरीफ के साथ टेलीफोन पर बातचीत में ओबामा ने स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध पाकिस्तान तथा क्षेत्र में साझा हितों को मजबूत करने के लिए अमेरिका और पाकिस्तान के प्रयासों पर चर्चा की।
बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच अहम संबंधों और द्विपक्षीय संबंधों को दिशा देने के लिए रूपरेखा (फ्रेमवर्क) के प्रति अमेरिका-पाकिस्तान रणनीतिक वार्ता की महत्ता पर प्रतिबद्धता जतायी। रणनीतिक वार्ता का अगला और वर्ष 2015 की शुरुआत में हो सकता है।
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने आतंकवाद और चरमपंथ से मुकाबले और क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’
बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति ने नयी अफगान सरकार के साथ पाकिस्तान के सुधरे संबंधों का भी स्वागत किया।’’
इससे पहले, बातचीत में शरीफ ने ओबामा से कश्मीर मुद्दे को भारतीय नेतृत्व के समक्ष उठाने को भी कहा, जब वह (ओबामा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर अगले साल जनवरी में भारत की यात्रा पर जाएंगे।