ब्रिसबेन। ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन स्थित क्वींसलैंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (क्यूयूटी) में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के समय जो भारतीय नक्शा प्रदर्शित किया गया उसमें कश्मीर ग़ायब था। इसको लेकर विदेश सचिव सुजाता सिंह ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भारत की विदेश सचिव सुजाता सिंह ने पूरी मज़बूती के साथ मुद्दा उठाया है। इसके बाद आयोजकों ने बिना शर्त माफ़ी मांगी।’’
उनसे सवाल किया गया था कि आयोजकों की ओर से प्रदर्शित भारतीय नक्शे से कश्मीर के ग़ायब होने की बात संज्ञान में आने बाद क्या यह मुद्दा उठाया गया।
अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘हां, इसको लेकर तत्काल कड़ा विरोध दर्ज कराया गया और आयोजकों की ओर से बिना शर्त खेद जताया गया।’’
म्यांमार से ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के कुछ घंटों के बाद मोदी विश्वविद्यालय पहुंचे। पांच दिनों के ऑस्ट्रेलिया प्रवास में यह उनका पहला कार्यक्रम था। 28 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ऑस्ट्रेलिया दौरा हो रहा है। इससे पहले राजीव गांधी ऑस्ट्रेलिया आए थे।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि भारत के नक्शे को विकृत किए जाने के मुद्दे को सरकार बहुत ‘‘गंभीरता’’ से लेती है। उन्होंने कहा कि क्वींस टेक्निकल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को नक्शा बनाने के दौरान हुई चूक का बिल्कुल पता नहीं चला।