प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कनाडा पहुंचे जहां दोनों देशों के बीच परमाणु मुद्दे सहित ऊर्जा सहयोग और भारत के विकास के लिए व्यापार और तकनीकी सहयोग पर बातचीत होगी। पिछले 42 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कनाडा की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
इस तीन दिन की यात्रा के दौरान मोदी कनाडा के पेंशन फंड के शीर्ष अधिकारियों से मिलकर उन्हें भारत आने का न्यौता देंगे। प्रधानमंत्री जर्मनी से यहां पहुंचे हैं। जर्मनी में उन्होंने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के लिए तकनीकी सहयोग और निवेश आकर्षित करने पर जोर दिया था।
समझा जाता है कि इस कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए मोदी अपनी कनाडा यात्रा के दौरान प्रौद्योगिकी के आदान प्रदान में इस देश की साझेदारी और निवेश बढ़ाने पर जोर देंगे।
मोदी के आगमन के कुछ देर बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूददीन ने कहा, यह हम दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर है क्योंकि पिछले 42 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। हमारा जोर एक रास्ता बनाने पर होगा जो कि वार्ता के दौरान परिलक्षित भी होगा।
यात्रा के दौरान मोदी अपने समकक्ष स्टीफन हार्पर के साथ संबंधों को आगे ले जाने के लिए बातचीत करेंगे। वह यहां कनाडा के कारोबारी दिग्गजों को भी संबोधित करेंगे। अकबरूददीन ने कहा, हमें इस यात्रा से ठोस परिणामों की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान कृषि, कौशल विकास और शिक्षा के साथ ऊर्जा पर भी जोर रहेगा जो कि एक महत्वपूर्ण पहलू है।
अकबरूददीन ने कहा, प्रधानमंत्री ने इन सभी क्षेत्रों को ऐसे क्षेत्रों के तौर पर चिहिनत किया है जो भारत के विकास के लिए जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि भारत कनाडा को अपने विकास के प्रयासों में एक सहयोगी के तौर पर देखता है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता सुरक्षा मुद्दों पर एक साझा दृष्टिकोण पर बात करेंगे और समाज के सामने मौजूद खतरों से निबटने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री पेंशन फंड ऑफ कनाडा के अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे। इस फंड का 20 करोड़ डॉलर का कोष है जिसके लिए निवेश के अवसरों को आसान बनाने पर चर्चा की जाएगी।
टोरंटो में मोदी भारतीय समुदाय को उसी तरह संबोधित करेंगे जिस तरह उन्होंने पिछले साल न्यूयॉर्क में प्रख्यात मेडिसन स्क्वायर में किया था। यहां अपनी यात्रा के समापन से पहले प्रधानमंत्री एयर इंडिया स्मारक जाएंगे जहां पर वह तीन दशक पहले कनिष्क विमान में बम विस्फोट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे।
कनाडा प्रधानमंत्री की तीन देशों की यात्रा का आखिरी पड़ाव है जहां वह फ्रांस और जर्मनी की यात्रा के बाद पहुंचे हैं। जर्मनी में अपने दो दिन के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ने वहां की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ हनोवर मेले का उद्घाटन किया था और बर्लिन में उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी।
For Updates Check Hindi News; follow us on Facebook and Twitter
(इनपुट भाषा से)