म्यांमा के राष्ट्रपति यू तिन क्यॉ जल्द ही भारत दौरे पर आएंगे। उन्हें भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आमंत्रित किया है। राष्ट्रपति कार्यालय से जारी वक्तव्य में उनके दौरे की तारीख तो नहीं बताई गई है लेकिन इसमें कहा गया है, ‘‘म्यांमार गणतंत्र के राष्ट्रपति यू तिन क्यॉ और उनकी पत्नी सू सू विन भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के आमंत्रण पर निकट भविष्य में भारत के राजकीय दौरे पर आएंगे।

इस घोषणा के एक दिन पहले ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक दिवसीय दौरे पर म्यांमा गई थीं। यहां उन्होंने म्यांमा के नेताओं से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की थी, जहां उन्हें आश्वासन दिया गया कि म्यांमा किसी भी उग्रवादी समूह को भारत के खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगा।

यह आश्वासन पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ उग्रवादी समूहों द्वारा भारत के खिलाफ हमले करने के लिए म्यांमा की धरती का इस्तेमाल करने की पृष्ठभूमि में आया है। यहां असैनिक सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत की ओर से यह पहला उच्चस्तरीय दौरा है। सुषमा ने राष्ट्रपति से बात की और स्टेट काउंसलर तथा विदेश मंत्री उंग सान सू की से विस्तर से चर्चा की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नयी सरकार को ‘‘हर संभव’’ मदद देने के लिए भारत दृढ़ प्रतिज्ञ है।