वेस्टर्न जमर्नी के एक शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मुस्लिम महिला को रेस्टोरेंट से निकाल दिया गया। आरोप है कि वेस्टर्न जर्मनी के बैलेफील्ड के रेस्टोरेंट ने मुस्लिम महिला को इसलिए बाहर कर दिया गया क्योंकि उसने नकाब पहना हुआ था और उसे हटाने से मना कर दिया था।
इंडिपेंटेंड की रिपोर्ट के मुताबिक बैलेफील्ड के एक रेस्टोरेंट के मैनेजर क्रिश्चियन स्कल्ज ने कथित तौर पर मुस्लिम महिला से नकाब हटाने के लिए कहा। महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया। जिसके बाद मैनेजर पर उस मुस्लिम महिला को रेस्टोरेंट से बाहर निकालने का आरोप है। होटल के फेसबुक पर इस घटना की आलोचना की गई। हालांकि कुछ यूजर्स ने इस घटना का समर्थन भी किया। हालांकि मैनेजमेंट की ओर से रेस्टोरेंट का फेसबुक पेज को डिलीट कर दिया है।
एक यूजर्स ने लिखा- सही फैसला है। हमें क्या पता हुड में कौन है। महिला? पुरुष? गनमैन?
एक अन्य यूजर ने लिखा- अपने घर में इंसान कुछ भी करने के लिए आजाद होता है लेकिन जब आप दूसरे देश में होते हैं तो उन परिस्थितियों के हिसाब से आपको रहना होता है।
मैनेजर ने कहा कि उन्होंने महिला को इसलिए जाने का आदेश दिया था क्योंकि उनके पूरे चेहरे को कवर करने की वजह से दूसरे मेहमानों को परेशानी हो रही थी। जर्मनी के राष्ट्रीय कानून में बुर्का या नकाब पहनने पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन राज्य के पास शक्ति है कि वह जरुरत के हिसाब से कानून में स्थानीय आधार पर परिवर्तन कर सकता है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले लुकेनवाल्डे शहर के मेयर एलिजाबेथ हर्जोग-वोन डेर हिडे ने इंटर्न को एक दिन के बाद ही ऑफिस से निकाल दिया क्योंकि इंटर्न ने अपना स्कार्फ हटाने से इंकार कर दिया था। मेयर के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया था, ‘इस्लामी स्कार्फ का मतलब है कि आप वैश्विक तौर पर एक धार्मिक नजरिया पेश कर रहे हैं।’ मेयर ने कहा कि हिजाब पहनना टॉउन हॉल की निष्पक्षता का उल्लंघन है, क्योंकि यहां क्रूसफिक्स(क्रॉस) की भी अनुमति नहीं है। वहीं फ्रांस में महिला को बुर्किनी (शरीर को पूरा कवर करने वाला स्विम सूट) पहनने पर उसे कपड़े उतारने को कहा गया था।