एक किशोर जर्मन-ईरानी बंदूकधारी ने जर्मनी के म्यूनिख शहर के एक व्यस्त मॉल में गोलीबारी करके नौ लोगों की हत्या कर दी और इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली। जर्मन पुलिस ने शनिवार (23 जुलाई) को कहा कि उसने संभवत: अकेले इस हमले को अंजाम दिया। यूरोप में आम नागरिकों पर बमुश्किल एक सप्ताह में यह तीसरा हमला है। ओलंपिया (ओईजेड) मॉल में हुए इस हमले के कारण दुकानदार घबराहट में इधर उधर भागने लगे। विशिष्ट पुलिस ने हमलावर का पता लगाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया। शुरुआत में पुलिस ऐसा समझ रही थी कि यह हमला तीन लोगों ने किया है। पुलिस प्रमुख हुबर्ट्स एंड्रिया ने संवाददाताओं ने कहा, ‘अपराधी 18 वर्षीय जर्मन-ईरानी था जो म्यूनिख का रहने वाला था।’ हमलावर के पास दोहरी नागरिकता थी और उसका ‘कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।’ उन्होंने कहा, ‘इस अपराध को अंजाम देने के पीछे की वजह के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।’ हालांकि बावेरिया की राजधानी में एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा था कि इसके आतंकवादी घटना होने का संदेह है लेकिन उन्होंने इस्लामवादियों से संबंध होने के बारे में तत्काल कोई संकेत नहीं दिया था।
म्यूनिख पुलिस ने बताया कि परिवहन सेवा शनिवार (23 जुलाई) को तड़के से फिर से बहाल हो गई। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल घातक गोलीबारी की घटना के बाद शनिवार (23 जुलाई) अपनी सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई। जर्मनी ने पिछले साल 10 लाख से अधिक प्रवासियों एवं शरणार्थियों को प्रवेश दिया था। एंजेला के चीफ ऑफ स्टाफ पीटर अल्तमेयर ने कहा, ‘हम वह सब करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो हम कर सकते हैं क्योंकि आतंक और अमानवीय हिंसा के लिए जर्मनी में कोई जगह नहीं है।’ गोलीबारी रात साढ़े नौ बजे (भारतीय समयानुसार) से पहले मैकडोनॉल्ड रेस्तरां में शुरू हुई और फिर पास की एक सड़क पर गोलीबारी की गयी। इसके बाद कम से कम एक हमलावर शहर के ओलंपिक स्टेडियम के पास स्थित मॉल में घुस गया। यह जगह उस जगह से ज्यादा दूर नहीं है जहां 1972 में ओलंपिक में नरसंहार हुआ था।
इमारत को चारों ओर से सशस्त्र पुलिस और आपातकालीन वाहनों ने घेर लिया जबकि हेलीकॉप्टरों के मॉल के ऊपर उड़ने की आवाज सुनी गई। दुकानदार मॉल से बाहर की ओर भागे और उनमें से कुछ ने अपनी गोद में बच्चों को पकड़ रहा था। इस हमले से कुछ ही दिन पहले एक किशोर शरणार्थी ने सोमवार को बावेरिया में वुएर्जबर्ग के निकट एक कुल्हाडी और एक चाकू से ट्रेन पर हमला किया था जिससे पांच लोग घायल हो गए थे। जर्मनी के गृह मंत्री थॉमस दे मैजिएरे ने कहा था कि ऐसा माना जा रहा है कि किशोर ने अकेले हमला किया था जो आईएस से ‘प्रभावित’ प्रतीत होता है लेकिन वह जिहादी नेटवर्क का सदस्य नहीं था। ट्रेन पर हुए हमले के बाद बावेरिया में नेताओं ने जर्मनी आने वाले शरणार्थियों की संख्या की अधिकतम सीमा लागू किए जाने की मांग की हैं। जर्मनी ने पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में 11 लाख शरणार्थियों एवं प्रवासियों को स्वीकार किया था।
जर्मनी के राष्ट्रपति जोआकिम गुआक ने कहा कि वह ‘जानलेवा हमले: से ‘खौफजदा’ हैं। जर्मनी के गृह मंत्री थॉमस दे मैजिएरे ने कहा कि वह जर्मनी लौटेंगे। वह गोलीबारी के दौरान न्यूयार्क जाने के लिए विमान में सवार थे। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा एवं फ्रांस में उनके समकक्ष फ्रांस्वा ओलांद ने अपने निकट सहयोगी जर्मनी के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। ऑस्ट्रिया ने कहा कि उसने जर्मनी की सीमा से सटे अपने राज्यों में सुरक्षा बहुत कड़ी कर दी है और अपने विशिष्ट कोबरा पुलिस बल को सतर्क कर दिया है।