पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा हाल में बंधकों से मुक्त कराए गए पंजाब के दिवंगत गर्वनर सलमान तासीर के बेटे शाहबाज तासीर ने अपने ऊपर हुए अत्याचारों का खुलासा किया है। शाहबाज ने कहा कि करीब पांच साल तक बंधक बनाए रखने के दौरान आतंकियों ने लगातार उन्हें प्रताड़ित किया। 33 साल के शाहबाज ने कहा कि उन्हें इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान (आईएमयू) ने बंधक बनाया था।
उन्होंने कई न्यूज चैनलों को दिए साक्षात्कार में कहा, ”वे मुझे कोड़े मारते थे। उन्होंने मुझे तीन दिनों में करीब 500 बार कोड़े मारे, फिर मेरी पीठ ब्लेड से काट दी और मेरे हाथों एवं पांव के नाखून निकाल दिए।” शाहबाज को 2011 में लाहौर से अपहृत किया गया था। सुरक्षाकर्मियों ने मार्च में क्वेटा के कुचलाक शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक होटल में उन्हें पाया।
शाहबाज ने कहा कि उन्हें कई दिनों तक खाना नहीं दिया गया और मलेरिया से पीड़ित होने के बावजूद इलाज मुहैया नहीं कराया गया। एक बार बंधकों ने उनका मुंह भी सिल दिया। उन्होंने कहा, ”वे हॉलीवुड फिल्मों की तरह मुझ पर अत्याचार करते जिससे मेरे परिवार पर दबाव बने। वे मुझे अपनी योजनाओं के बारे में पहले से बता देते थे। जैसे कि मुझे बताया था कि वह अगले दिन मेरे नाखून निकालेंगे। मैं पूरी रात दुआएं करता था। उन्होंने मेरी कमर से मांस निकाल लिया और उसे ऐसे ही छोड़ दिया। सात दिन तक मेरा खून बहता रहा लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की।” शाहबाज ने कहा कि इतने अत्याचारों के बाद भी उन्होंने रिहा होने की उम्मीद नहीं छोड़ी।
उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तरी वजीरिस्तान के मिराली इलाके में रखा गया था और बाद में उसी जिले के दाताखेल ले जाया गया। बाद में उन्हें तालिबान अफगानिस्तान ले गया जहां तालिबान ने उन्हें अपनी जेल में रखा। शाहबाज के अपहरण से करीब सात महीने पहले उनके पिता की उनके सुरक्षाकर्मी मुमताज कादरी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पाकिस्तान के विवादित ईशनिंदा कानूनों में सुधार की मांग करने पर ऐसा किया गया।