पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने उस महिला पत्रकार के रहस्यमयी ढंग से लापता होने की घटना की विस्तृत जांच की मांग कर रही थी जो यहां जासूसी के आरोप में जेल में बंद एक भारतीय इंजीनियर के मामले पर नजर रखे हुए थी। आयोग ने एक स्थानीय अखबार डेली नयी खबर और चैनल मेट्रो न्यूज के लिए काम करने वाली जीनत शहजादी के मामले को सुरक्षा एजेंसियों और सरकार के समक्ष उठाया ताकि इस पत्रकार की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की जा सके। पाकिस्तान में पिछले महीने ‘लापता लोगों’ की संख्या 68 हो गई।

मानवाधिकार कार्यकर्ता और आयोग की सदस्य हिना जिलानी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शहजादी का लापता होना शर्मनाक है। 24 साल की महिला को बिना वारंट के उठा लिया गया। क्या युवा महिलाओं को उठाने का यह नया चलन है? हम जानना चाहते हैं कि उसका अपराध क्या था और वह बिना वारंट के कैसे लापता हो गई?’’

जीनत का पिछले साल 19 अगस्त को ‘अज्ञात’ लोगों द्वारा कथित तौर अपहरण कर लिया गया। वह भारतीय इंजीनियर हामिद अंसारी का पता लगाने का प्रयास कर रही थी। अंसारी पाकिस्तान की जेल में बंद हैं।