मॉरीशस टेलीकॉम के पूर्व सीईओ शेरी सिंह के इस्तीफा देने के बाद मॉरीशस से लेकर भारत तक में भूचाल आ गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन पर भारत की जासूसी करने का आरोप लगा है। चीनी प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई (Huawei) और मॉरीशस टेलीकॉम के पूर्व सीईओ के बीच यह कनेक्शन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।

मॉरीशस में सात साल से ज्यादा समय तक कंपनी का नेतृत्व करने के बाद पिछले महीने शेरी सिंह के मॉरीशस की राष्ट्रीय दूरसंचार कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से इस्तीफा देने के बाद अफवाहों का दौर शुरू हो गया है। एमटी कर्मचारियों को लिखे एक लेटर में सिंह ने कहा कि वह मूल्यों से समझौता करके सीईओ के रूप में काम करने में असमर्थ हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के अनुरोध पर देश में एक सर्वेक्षण करने वाली भारतीय टीम की यात्रा के बारे में जानकारी लीक की थी।

सर्वे के लिए गयी थी भारतीय टीम: शेरी सिंह ने दावा किया कि उनके पास इस्तीफा देने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं था। उन्होंने कहा कि जगन्नाथ ने उन्हें भारतीय टीम को स्नीफिंग डिवाइस स्थापित करने की अनुमति देने के लिए मजबूर किया था। सिंह के दावे ने भारत की भूमिका के बारे में भी अटकलों को हवा दी। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने न केवल भारत पर आरोप लगाने के लिए विपक्षी दलों को फटकार लगाई, बल्कि उन्होंने उस सुरक्षा मुद्दे पर भी प्रकाश डाला जिसका सामना मॉरीशस कर रहा था। जगन्नाथ ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस सर्वेक्षण के लिए एक टीम भेजने के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क किया था।

मॉरीशस के पास सर्वे के लिए नहीं टेक्नीशियन: उन्होंने कहा था, “मॉरीशस में हमारे पास इस सर्वे के लिए टेक्नीशियन नहीं हैं, इसलिए हमने टेक्नीशियंस की इस भारतीय टीम के साथ काम करना पसंद किया था।” इस मामले पर भारत की तरफ से भी बयान आया है। एक ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि विवाद के बारे में पीएम जगन्नाथ का बयान भारत के दृष्टिकोण से काफी अच्छा था।

बता दें कि शेरी सिंह के कार्यकाल में हुआवेई को कॉन्ट्रैक्ट के आवंटन का मुद्दा उनके और चीनी सरकार के बीच गठबंधन की ओर इशारा करता है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एमटी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने कॉन्ट्रैक्ट के आवंटन के दौरान की कुछ प्रक्रियाओं पर आपत्ति जताई है।