उत्तरी माली में संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के शिविर पर संदिग्ध इस्लामी चरमपंथियों के हमले में छह शांतिरक्षकों की मौत हो गई और 30 अन्य लोग घायल हो गए। वहीं अशांत क्षेत्र में जिहादियों के बढ़ते हमलों के बीच घात लगाकर किए गए हमले में माली के तीन जवानों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र के माली में शांतिरक्षा अभियान एमआइएनयूएसएमए में गिनी के एक सूत्र और कोनाक्री में एक सैन्य सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि किदाल में मिशन के एक शिविर में आज तड़के हुए एक हमले में गिनी के छह शांतिरक्षकों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने एमआइएनयूएसएमए शिविर पर हुए इस ‘बड़े और जटिल’ हमले की निंदा करते हुए चेतावनी दी है कि शांतिरक्षकों को निशाना बनाना युद्ध अपराध है। उन्होंने माली सरकार को समर्थन देने का संकल्प लिया।

संयुक्त राष्ट्र मिशन में गिनी के सूत्र ने बताया कि आत्मघाती हमलावर दो रॉकेट प्रक्षेपणों के बीच शिविर में एक वाहन लेकर घुस आए और इसके बाद उन्होंने इसे उड़ा दिया। एमआइएनयूएसएम के नए प्रमुख महामत सालेह अन्नादिफ ने इस हमले को ‘घिनौना और गैर जिम्मेदाराना कृत्य’ बताया है। इस बीच माली के एक सैन्य सूत्र ने बताया कि टिम्बकटू के निकट एक अन्य हमले में माली के तीन जवानों की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए।

माली के एक अधिकारी ने कहा, ‘टिम्बकटू और गौनदाम के बीच जिहादियों के घात लगाकर किए गए हमले में हमारे तीन लोगों की मौत हो गई। दो अन्य लोग घायल हुए हैं, लेकिन उनके जीवन को खतरा नहीं है।’ रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को ‘कायरतापूर्ण हमला’ बताते हुए इसकी निंदा की है।

माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बूबैकर केटा ने कहा कि उत्तर की रक्षा करने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘हमें इसका समाधान तलाशना होगा। किदाल ऐसे नहीं रह सकता…जहां रोजाना ऐसे हमले होते हैं।’