माली के पूर्वोत्तर क्षेत्र में ताजा हिंसा होने से फैली अशांति के मद्देनजर देश के सांसद समूचे देश में आपात की स्थिति अगले आठ महीनों के लिए बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। संसद के एक सूत्र ने बताया कि नेशनल असेंबली के विशेष सत्र में सांसदों ने सर्वसम्मति से इस विस्तार का समर्थन किया, बीते साल से इसे कई दफा बढ़ाया जा चुका है। माली के गृह मंत्री अब्दुल्ला इदरिसी माएगा ने सांसदों को बताया, ‘मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपात की यह स्थिति देश की स्थिरता और सुरक्षा को बरकरार रखने में योगदान करती है।’
एएफपी के एक फोटो पत्रकार के मुताबिक, माली के सुरक्षा बलों और शांति प्रक्रियाओं के समर्थन में शनिवार (30 जुलाई) अपराह्न मध्य बमाको में सरकार के सैकड़ों समर्थकों ने मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी माली का झंडा, तख्तियां और बैनर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था : ‘शांति के बगैर विकास नहीं’ और ‘मैं अपने देश से प्यार करता हूं, मैं इसमें भाग ले रहा हूं’।
सार्वजनिक प्रसारक ओआरटीएम ने बताया कि आपात की स्थिति 29 मार्च, 2017 तक लागू रहेगी, जो कि सुरक्षा सेवाओं को अधिक शक्तियां प्रदान करती है और लोगों के सार्वजनिक जमावड़े को प्रतिबंधित करती है। बमाको में रेडिसन ब्लू होटल पर जिहादियों के हमले के बाद नवंबर में माली में आपात की स्थिति लागू की गई थी। इस हमले में 27 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर विदेशी थे। हमले की जिम्मेदारी अल कायदा की क्षेत्रीय शाखा ने ली थी।

