ब्रिटेन के राजा चार्ल्स के राज्याभिषेक में महारानी कैमिला दिवंगत क्वीन विक्टोरिया के कोहिनूर हीरे लगे ताज को नहीं पहनेंगी। बकिंघम पैलेस की घोषणा से इस पर फिर से बहस शुरू हो गई है कि ब्रिटेन को कोहिनूर हीरा भारत को फिर से वापस लौटाना चाहिए या नहीं। ब्रिटेन के एक मशहूर टीवी शो पर लेखिका और प्रसारकर्ता एम्मा वेब और भारतीय मूल की पत्रकार नरिंदर कौर के बीच कोहिनूर हीरे के मुद्दे पर तीखी बहस देखने को मिली।
एम्मा वेब के दावे पर भड़कीं नरिंदर कौर
शो के दौरान, एम्मा वेब ने दावा किया कि कोहिनूर हीरे के स्वामित्व को लेकर विवाद है, जिस पर नरिंदर कौर ने कहा कि आप इतिहास के बारे में नहीं जानती हैं। दरअसल, एम्मा वेब का कहना था कि सिख साम्राज्य का लाहौर पर भी शासन था, तो क्या पाकिस्तान भी कोहिनूर पर दावा करेगा।
नरिंदर कौर बोलीं- कोहिनूर भारत को वापस दे देना चाहिए
उन्होंने कहा कि सिख साम्राज्य ने कोहिनूर हीरे को ईरानी साम्राज्य से चुराया था और ईरानी साम्राज्य ने मुगल शासकों पर आक्रमण करके इसे छीना था, तो इस वजह से कोहिनूर के स्वामित्व पर विवाद है। इस पर नरिंदर कौर ने कहा, “कोहिनूर हीरा औपनिवेश काल और खून खराबे का प्रतिनिधित्व करता है। इसे भारत को वापस दे देना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि एक भारतीय बच्चे को कोहिनूर हीरे को देखने के लिए इतनी लंबी यात्रा करके ब्रिटेन आना चाहिए।”
इसके बाद नरिंदर कौर ने एक ट्वीट भी किया और कहा कि कोहिनूर हीरा भारत में पाया गया था और इसे यहीं पर तराशा गया इसलिए इसे भारत सरकार को वापस किया जाना चाहिए। बता दें कि कोहिनूर हीरा सबसे बड़ा हीरा है, जिसे लेकर ब्रिटेन का दावा है कि साल 1849 में 11 वर्षीय सिख सम्राट महाराजा दलीप सिंह ने महारानी विक्टोरिया को गिफ्ट किया था। हालांकि, वह इस बात का जिक्र नहीं करता है कि दलीप सिंह की मां जींद कौर को ईस्ट इंडिया कंपनी ने कैदी बनाया था। भारत के गवर्नर-जनरल जेम्स एंड्रयू ब्रौन-रामसे उर्फ लॉर्ड डलहौजी ने गहना को युद्ध की लूट के रूप में माना। कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया को भेंट किया गया था और 1851 में प्रदर्शित किया गया था और अब यह ब्रिटिश सम्राट के मुकुट में माल्टीज क्रॉस पर जड़ा हुआ है।