नेपाल के कामी रीता शेरपा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर 27वीं बार चढ़ कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कामी रीता शेरपा के अभियान आयोजक मिंगमा शेरपा ने कहा कि वह आज सुबह एक वियतनामी पर्वतारोही का मार्गदर्शन करते हुए सफलतापूर्वक शिखर पर पहुंचे। इससे पहले रविवार को एक और पर्वतारोही पासंग दावा शेरपा ने 26वीं बार चोटी पर पहुंचकर रिकॉर्ड बनाया था।
पहली बार 1994 में फतह किया था एवरेस्ट
53 वर्षीय कामी रीता शेरपा दो दशकों से अधिक समय से एक मार्गदर्शक के रूप में काम कर रहे हैं, इस काम से लगाव और जुड़ाव उन्होने अपने परिवार में अपने पिता और भाई को देखकर पैदा किया है। 1994 में एक व्यावसायिक अभियान के लिए काम करते हुए उन्होंने पहली बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। उन्हें एवरेस्ट मैन के नाम से जाना जाने लगा। 2014, 2015 और 2020 को छोड़कर हर साल वह एवरेस्ट पर चढ़ाई करते रहे। 2019 में तो वह छह दिन में दो बार एवरेस्ट पर चढ़े थे।
2018 में तोड़ा था रिकॉर्ड
कामी रीता शेरपा का कहना है कि वह ज़्यादातर एवरेस्ट पर एक गाइड के रूप में ही चढ़े हैं। यह उनका काम है…उन्होंने पहली बार 2018 में विश्व रिकॉर्ड 22वीं बार एवरेस्ट पर चढ़ाई कर तोड़ा था। उन्होने तब कहा था, “ये रिकॉर्ड उन्हें बनाने के इरादे से नहीं बल्कि एक गाइड के रूप में मेरे काम के दौरान बनाए गए थे।” कामी रीता शेरपा की पत्नी लकपा जंगमू ने खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि वह अपने पति की अपलब्धि से बेहद खुश हैं।
पर्यटन विभाग के अधिकारी बिग्यान कोइराला ने कहा, “हां, कामी रीता ने 27वीं बार चढ़ाई कर एक रिकॉर्ड बना दिया है”
सेवन समिट ट्रेक्स के प्रबंधक थानेश्वर गुरागई जिनके लिए कामी रीता काम करते हैं ने कहा कि वह विदेशी पर्वतारोही के साथ सुबह 8:30 बजे (02:45 GMT) वह शिखर पर पहुंचे थे..हम विवरण प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। अभी के लिए यह 100 प्रतिशत पुष्टि है कि कामी रीता ने 27वीं बार स्केल किया है”
नेपाल एवरेस्ट सहित दुनिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों में से आठ का घर है और प्रत्येक वसंत में सैकड़ों साहसी लोगों का स्वागत करता है जब तापमान गर्म होता है और हवाएं आमतौर पर शांत होती हैं।