अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी की गई वैश्विक संगीत की सूची में अपना योगदान देते हुए नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन ‘वैष्णव जन तो’ दर्ज कराया है और ऑस्कर विजेता ए आर रहमान ने अपनी ही एक कृति को इसमें शुमार कराया है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की-मून के उपप्रवक्ता फरहान हक ने कल संवाददाताओं को बताया कि बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले सत्यार्थी ने कहा कि उन्होंने इस गीत को नामित किया क्योंकि यह गीत उन्हें खुशी देता है। इस गीत ने उन्हें यह जानने में मदद की कि दुनिया बाल मजदूरी को समाप्त कर देगी।
रहमान ने अपनी ही कृति ‘इन्फाइनाइट लव’ को चुना था। उन्होंने इसे एक ऐसा ‘‘आकांक्षाओं से परिपूर्ण’’ वीडियो बताया, जो यह संदेश देता है कि ‘‘शुद्ध मस्तिष्क और आशावादी परिणामों के साथ एक आदर्श विश्व का निर्माण किया जा सकता है।’’
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने स्टीव वंडर के गाने को नामित किया। मून ने वंडर को मैसेंजर ऑफ पीस के रूप में नामित किया था।
बान की-मून ने वंडर के ‘साइन्ड, सील्ड, डिलीवर्ड’ को चुनते हुए कहा कि यह उन्हें ‘‘एक नए जलवायु समझौते और नए टिकाऊ विकास के एजेंडे जैसा प्रतीत होता है।’’
रहमान 20 मार्च को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक संगीत सूची में योगदान के लिए जुड़े। वैश्विक संस्था संगीत की शक्ति का इस्तेमाल गरीबी और उत्पीड़न झेल रहे लाखों लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए करेगी।