नाइजीरिया के कडुना स्थित उत्तरी शहर में एक इस्लामिक स्कूल में 500 से ज्यादा पुरुषों और बच्चों को बंधक बनाकर उनके साथ कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि स्कूल में इन लोगों के साथ मार-पीटा भी जाता था। कडुना पुलिस ने स्कूल में छापेमारी कर सभी बंधकों को बाहर निकाल लिया है। स्कूल का नाम दारु इमाम अहमद बिन हनबल है।

कडुना पुलिस को सूचना मिली थी कि इस स्कूल में कुछ संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस ने इस सूचना के आधार पर स्कूल में धावा बोल दिया। पुलिस जब स्कूल में घुसी तो हैरान रह गई। पुलिस ने देखा कि यहां लोगों को जबरन बंधक बनाकर रखा गया है। इनमें ज्यादात्तर बच्चे थे। पुलिस ने इस स्कूल को ‘यातना घर’ करार दिया है।

पुलिस कार्रवाई में आठ संदिग्धों, उनमें से अधिकांश शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस प्रमुख ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों में कुछ लोग घायल अवस्था में थे जबकि कुछ लोगों को खाना नहीं दिया जा रहा था। बंधकों ने कहा है कि हम पर अत्याचार, यौन उत्पीड़न किया जाता था। इसके अलावा हमें भूखा रखा जाता था और स्कूल छोड़ने से रोका जाता था। बंधक बैल हमजा ने बताया मैंने इस स्कूल में तीने महीने बिताए और मेरे पैर पर बेड़ियां बांध दी गई थी।

वहीं स्कूल में बच्चों के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। बच्चों ने कहा है कि स्कूल में उनका यौन उत्पीड़न किया जाता था। हालांकि स्कूल के मालिक ने पुलिस से बातचीत में बताया कि स्कूल में इस्लाम के मुताबिक शिक्षा प्रदान की जा रही थी। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि स्कूल में धार्मिक शिक्षा के बारे में पढ़ाया और सिखाया जाता था। पुलिस के मुताबिक बंधकों में से ज्यादातर बुर्किना फासो, माली और अन्य अफ्रीकी देशों से हैं।