अमेरिका में एक साल के आखिर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले विदेशी मीडिया ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। अमेरिका के राजनीतिक टिप्पणीकार और लेखक टकर कार्लसन ने दावा किया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से पीड़ित हैं। सिडनी के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 4000 प्रशंसकों के सामने बोलते हुए टकर कार्लसन ने कहा, ‘सीएनएन पर पत्रकार के रूप में आने वाले कुछ डेमोक्रैट वर्कर्स’ ने यह छिपाने की कोशिश की कि जो बाइडेन को डिमेंशिया है। कार्लसन ने कहा कि अमेरिकी मीडिया का ऐसा व्यवहार करना जैसे उन्हें अभी-अभी इस बारे में पता चला है, चौंकाने वाला है। फॉक्स न्यूज के पूर्व होस्ट ने यह भी दावा किया कि डेमोक्रेट जल्द ही बाइडेन की जगह कमला हैरिस को राष्ट्रपति बना सकते हैं। यह बयान ऐसे समय में सामने आया है तब पिछले दिनों जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट देखने को मिली है।

रिपोर्ट में क्या कहा गया

टकर कार्लसन ने कहा कि ‘या तो वे वास्तव में मूर्ख हैं या वे झूठे हैं, वे वास्तव में बेईमान हैं, वे आपसे स्पष्ट बातें छिपा रहे हैं’। उन्होंने दावा किया कि कई प्रमुख डेमोक्रेटिक नेताओं ने सुझाव दिया है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और उन्हें राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटाया जा सकता है। कार्लसर की ओर से किए गए एक पोस्ट में कहा गया कि ‘मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो बाइडेन का काम हो गया। डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुत से प्रमुख नेताओं ने सुझाव दिया है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। उन्हें हटाना होगा, और वे ऐसा करेंगे। एकमात्र सवाल यह है कि कब। यदि वे समझदार हैं, तो यह निर्णय बहुत जल्द लेंगे। अगर कमला उम्मीदवार बनती हैं, तो वह पहले राष्ट्रपति बन सकती हैं।

कार्लसन की ओर से कहा गया कि अमेरिका में सीएनएन के पत्रकारों ने ये बात छिपाने की कोशिश की है कि जो बाइडेन को डिमेंशिया है। कार्लसन ने ये दावा 27 जून को अटलांटा में हुए पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद दिया है। कार्लसन ने हश मनी केस को लेकर भी एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘यदि आप उन्हें जेल में डालने जा रहे हैं, तो यह एक बहुत ही गंभीर अपराध के लिए होना चाहिए, जिसके बारे में हर कोई सहमत हो कि उन्होंने यह अपराध किया है। अन्यथा आप सिस्टम को पूरी तरह और हमेशा के लिए नष्ट करने का जोखिम उठाएंगे। डेमोक्रेट्स को पीछे हटने की जरूरत है’।

इनपुट-एजेंसी