Japan Police: जापान में पुलिस ने झूठी और इमरजेंसी कॉल करने के आरोप में एक 51 साल की महिला को गिरफ्तार है। महिला ने दो साल और नौ महीने की अवधि के दौरान करीब 2.761 झूठी और इमरजेंसी कॉल कीं। द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट में इस तरह की जानकारी दी गई है। द मेनिची की रिपोर्ट में कहा कि जापान के चिबा प्रान्त के मात्सुडो शहर के हिरोको हतागामी को स्थानीय अग्निशमन विभाग के संचालन में बाधा डालने के संदेह में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। उसने अपने घर और पड़ोस से अलग-अलग इमरजेंसी नंबरों पर बार-बार कॉल की थी।

वहीं अगस्त 2020 और मई 2023 के बीच, उसने बार-बार फोन करके मात्सुडो अग्निशमन विभाग से एम्बुलेंस भेजने के लिए कहा था। जिसमें महिला ने दवा की अधिक मात्रा के कारण पेट में दर्द और पैरों में दर्द की शिकायत की थी। हालांकि, जब एंबुलेंस उसको इलाज के लिए लेने आई तो महिला ने कहा कि मैं एंबुलेंस नहीं लेना चाहती। मैंने कोई कॉल नहीं की थी। ऐस कहकर महिला ने एंबुलेंस को लौटा दिया।

20 जून को पुलिस में दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट

महिला की इन सब हरकतों के बाद अग्निशमन विभाग और पुलिस स्टेशन की तरफ से उसको बिना कारण के कॉल ने करने के लिए बार-बार चेतावनी दी गई। हालांकि,उसके बावजूद भी महिला की यह हरकत जारी रही। इसके बाद 20 जून को आपातकालीन सेवा विभाग ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद में आरोपी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में महिला ने बताई वजह

अपनी गिरफ्तारी के बाद आरोपी महिला ने जांचकर्ताओं को बार-बार कॉल करने की वजह बताई। महिला ने बताया कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह अकेली थी और चाहती थी कि कोई मेरी बात सुने और मुझ पर ध्यान दे।

2013 में भी आया था इसी तरह का मामला

द स्ट्रेट्स टाइम्स के अनुसार, 2013 में इसी तरह के एक मामले में जापान पुलिस ने एक महिला को छह महीने की अवधि में 15,000 से अधिक बार कॉल करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसकी कॉल का कोई मतलब नहीं था और वह बहुत अकेली थी।

एक हालिया सर्वे से पता चला है कि जापान में 15 लाख कामकाजी उम्र के लोग वैरागी के रूप में रह रहे हैं। जिसे हिकिकोमोरी के नाम से जाना जाता है। बता दें, हाल के वर्षों में जापान में सामाजिक अलगाव की घटना में तेजी से वृद्धि हुई है। यह चिंता, अवसाद और सामाजिक भय की भावनाओं से जुड़ा है। फरवरी 2021 में, जापान ने सामाजिक अलगाव पर महामारी के प्रभावों से निपटने के प्रयास में टेटसुशी सकामोटो को अकेलेपन का मंत्री (Minister Of Loneliness) नियुक्त किया।