इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आत्मघाती हमलावरों ने गुरुवार को ‘स्टारबक्स’ कैफे को निशाना बना कर कई विस्फोट किए। आतंकियों ने एक विदेशी व एक स्थानीय नागरिक को मार डाला। इसके बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में पांच हमलावर मारे गए। हमलावरों ने पेरिस हमलों की तर्ज पर हमले करते हुए कई विस्फोट किए और लोगों पर गोलीबारी की। जिस इलाके में यह हमला किया गया वहां मॉल, दूतावास और संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर हैं। हमलावरों ने एक पुलिस चौकी को भी उड़ा दिया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने इस हमले को ‘आतंकी कृत्य’ करार दिया है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली है।
राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता एंटन चार्लियान ने इस्लामिक स्टेट (आइएस) के नाम का हवाला देते हुए कहा-‘इस बात का पक्का संदेह है कि इंडोनेशिया में आइएस से जुड़ा समूह है।’ उन्होंने कहा-‘आज हम जो देख रहे हैं, यह समूह पेरिस हमलों के तौर-तरीकों का अनुसरण कर रहा है।’ आइएस के बंदूकधारियों ने पिछले साल नवंबर में पेरिस में एक साथ कई जगहों पर हमला किया था, जिनमें 130 लोग मारे गए थे।
चार्लियान ने कहा कि एक बड़े शॉपिंग मॉल के सामने स्थित स्टारबक्स कैफे को निशाना बना कर पांच शक्तिशाली विस्फोट किए गए। इनमें तीन आत्मघाती विस्फोट थे। पहले धमाके के बाद पिस्टल लिए दो व्यक्तियों ने दो नागरिकों को बंधक बना लिया। बंधक बनाए गए लोगों में एक की पहचान अल्जीरियाई और दूसरे की डच नागरिक के तौर पर की गई है। जकार्ता पुलिस के प्रवक्ता टिटो कारनावियान ने कहा कि दूसरा व्यक्ति कनाडाई था। चार्लियान ने बताया कि अल्जीरियाई नागरिक को गोली लगी और वह भाग निकलने में कामयाब रहा, लेकिन दूसरे व्यक्ति की मौत हो गई। बंधकों की मदद करने का प्रयास करने वाले एक इंडोेनेशियाई नागरिक को भी हमलावरों ने मार दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने पुलिस चौकी को टक्कर मार दी और खुद को उड़ा लिया। इस हमले में चार अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। चश्मदीदों का कहना है कि बंदूकधारी स्टारबक्स कैफे से गोलीबारी करते हुए निकले थे। पुलिस का कहना है कि चार धमाके हुए। जबकि चश्मदीदों का कहना है कि कम से कम छह धमाके हुए।
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विदोदो ने लोगों से शांति बरतने की अपील करते हुए कहा-‘हमारे राष्ट्र और लोगों को डरना नहीं चाहिए। हम आतंकवाद के इन कृत्यों से हारने वाले नहीं हैं।’ जकार्ता में यह आतंकी हमला सारीनाथ शापिंग मॉल के पास हुआ। यह जगह राष्ट्रपति आवास और अमेरिकी दूतावास के पास है। हमले के पांच घंटे बाद पुलिस ने इस इलाके को सुरक्षित घोषित कर दिया।
इंडोनेशिया में 2009 के बाद यह पहला बड़ा हमला है। 2009 की घटना में दो होटलों को निशाना बनाया गया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इससे पहले 2002 में बाली द्वीप के एक रिजॉर्ट पर हमला हुआ था जिसमें 202 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर विदेशी नागरिक थे। इस हमले के बाद आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा सख्त कर दी गयी है। जकार्ता की आबादी करीब एक करोड़ है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जकार्ता आतंकी हमलों को निंदनीय करार देते हुए गुरुवार को कहा कि उनकी भावनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजन खोए हैं। मोदी ने एक बयान में कहा- मेरी भावनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस निंदनीय हमले में खोया है। मैं इसमें घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।