आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को पाकिस्तान में बुधवार को गिरफ्तार करने की खबरों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। स्वरूप ने कहा, “मौलाना मसूद अजहर की पाकिस्तान में गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।”
दूसरी ओर पाकिस्तान के कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर समेत कई नेताओं और सदस्यों को हिरासत में लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये कार्रवाई पठानकोट हमले में इन लोगों की भूमिका की वजह से हुई हैं। खबरों के मुताबिक, मसूद से पहले पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे प्रिवेंटिव कस्टडी में ले लिया गया। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें मसूद का भाई भी शामिल है। माना जा रहा है कि पठानकोट हमले के पीछे जैश ए मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर का ही हाथ है।
विदेश सचिव स्तर की बातचीत से पहले कार्रवाई
पाकिस्तान की इस कार्रवाई से पहले पीएम नवाज शरीफ ने एक हाई लेवल मीटिंग की थी। कार्रवाई ऐसे वक्त में की गई है, जब दो दिन बाद ही दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच पाकिस्तान में बैठक होनी है। भारत ने कहा था कि बातचीत का भविष्य पठानकोट हमले के मामले में पाकिस्तान की कार्रवाई पर निर्भर करेगा। नरेंद्र मोदी सरकार पर इस बातचीत से पीछे हटने का दबाव बन रहा है। हालांकि, भारत सरकार इस मामले में फूंक फूंक कर कदम उठा रही है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि इतनी जल्दी पाकिस्तान पर अविश्वास करना ठीक नहीं है।
जांच टीम भेजना चाहता है पाक
पाकिस्तान पंजाब स्थित एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच के लिए जांचकर्ताओं की एक टीम भी भेजना चाहता है। भारत की ओर से सुराग उपलब्ध कराए जाने के बाद पाक पीएम नवाज शरीफ ने एक ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है। खुफिया अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तानी अफसरों ने हाल ही में गुजरांवाला, झेलम और बहावलपुर जिलों में छापे मारके कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया है।
बता दें कि जैश ए मोहम्मद के छह आतंकियों ने साल की शुरुआत में पठानकोट एयरबेस पर हमला कर दिया था। इसमें सात भारतीय सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। लंबी मुठभेड़ के बाद इन सभी आतंकियों को मार गिराया गया था। आतंकियों का मकसद एयरबेस में मौजूद फाइटर प्लेन्स और दूसरी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना था। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर यह कबूल कर चुके हैं कि सुरक्षा में कुछ चूक हुई है और जल्द ही इन्हें दूर कर लिया जाएगा।