टर्की के शहर इस्तांबुल के ओर्ताकोए जिले के एक नाइटक्लब में नए साल के समारोह के दौरान हुए आतंकी हमले में करीब 39 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो भारतीय भी थे। 27 वर्षीय खुशी पेशे से फैशन डिजाइनर थी और छह साल पहले ही मुंबई शिफ्ट हुई थी। खुशी मुंबई के जुहू में एक ब्यूटिक चलाती थी और अमेरिका से अपनी पढ़ाई पूरी करके लौटी थी।। खुशी 28 को टर्की पहुंची थी अपने एक क्लाइंट से मिलने इसके बाद 2 जनवरी को उनकी मुंबई वापसी की फ्लाइट थी। उससे पहले ही 31 को आतंकी हमले का वो शिकार हो गई। कुशी का आखिरी वाट्सअप स्टेटस था कि क्या हो अगर आपके मरने के बाद खुदा आपसे ये पूछे जन्नत कैसी थी? इससे पहले 31 दिसंबर की रात एक व्यक्ति ने क्लब में घुसकर नाइटक्लब में अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें 39 लोगों की जान चली गई और 40 अन्य घायल हो गए। शहर के गवर्नर वासिप साहिन ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। बताया जाता है कि हमलावर सांता क्लॉज की ड्रेस पहने हुए था। साहिन ने बताया कि हमलावर ने एक पुलिसकमी और एक नागरिक की क्लब के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर उसने अंदर जा कर अंधाधुंध गोलीबारी की। उन्होने कहा ‘‘उसने बेकसूर लोगों पर बेहद निर्ममता से गोलीबारी की जो यहां नववर्ष का जश्न मनाने आए थे।’’
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि सांता क्लॉज की ड्रेस पहने हुए हमलावर इस्तांबुल के ओर्ताकोए जिले में स्थानीय समयानुसार तड़के एक बज कर करीब 45 मिनट पर रियाना नाइटक्लब में घुसा। निजी टेलीविजन एनटीवी की खबर के अनुसार, तब क्लब में 500 से अधिक लोग मौजूद थे। खबरों के अनुसार, कुछ लोग तो बचने के लिए पानी में कूद गए। इस हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है।
इस्तांबुल हमले में मारी गई खुशी शाह का आखिरी वाट्स एप स्टेटस- मरने के बाद खुदा पूछेगा जन्नत कैसी थी
खुशी पेशे से फैशन डिजाइनर थी और छह साल पहले ही मुंबई शिफ्ट हुई थी।
Written by जनसत्ता

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First published on: 03-01-2017 at 05:35 IST