ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच पर हुई गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो गई। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज ने इसे ऑस्ट्रेलियाई में रह रहे यहूदी लोगों पर टारगेट अटैक बताया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटना को लेकर कहा है कि उन्होंने लगभग 4 महीने पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार की नीति ऐसी है कि वह यहूदी विरोध की भावना को बढ़ावा दे रही है।
यहूदी त्योहार हनुक्का के दौरान सिडनी में फायरिंग, 11 लोगों की मौत
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने पत्र में लिखा था कि उनकी नीति यहूदी विरोधी भावना की आग में घी डाल रही है और ऑस्ट्रेलिया की सड़कों पर भड़क रही यहूदियों के प्रति नफरत को बढ़ावा दे रही है।
कार्रवाई करें अल्बानीज- नेतन्याहू
नेतन्याहू ने कहा कि सिडनी में हुई फायरिंग बर्बर हत्या की घटना है और जब नेता चुप रहते हैं तो यहूदी विरोधी भावना फैलती है। इजरायल के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को कमजोरी दिखाने के बजाय कार्रवाई करनी होगी।
एंथोनी अल्बानीज ने कहा है कि यह एक आतंकवादी घटना है।
फायरिंग में 29 लोग घायल
न्यू साउथ वेल्स की पुलिस के मुताबिक, इस घटना में एक हमलावर को मार गिराया गया है जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि इस घटना में कम से कम 29 लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो पुलिस अफसर भी शामिल हैं। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह घटना तब हुई जब यहूदी त्योहार हनुक्का की शुरुआत के मौके पर लगभग 1,000 लोग बॉन्डी बीच पर इकट्ठा हुए थे।
अमेरिका में बढ़ाई गई सुरक्षा
हनुक्का उत्सव के दौरान गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिका के प्रमुख शहरों में यहूदी पूजा स्थलों और यहूदी कार्यक्रमों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मियामी बीच पुलिस ने यहूदी पूजा स्थलों, स्कूलों और अहम स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है। न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने हनुक्का उत्सवों और यहूदी पूजा स्थलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजने की घोषणा की है।
