इस्राइली वायुसेना के पायलटों ने पिछले महीने अमेरिका में पाकिस्तान और यूएई के लड़ाकू पायलटों के साथ एक संयुक्त सैन्य अभ्यास किया था। हालांकि इन देशों के इस्राइल के साथ राजनयिक संबंध नहीं है। नवेदा में स्थित नेल्लिस वायु सेना की वेबसाइट में बताया गया है कि अमेरिका, इस्राइल, पाकिस्तान, यूएई और स्पेन की वायु सेना के पायलटों ने आधुनिक लड़ाकू प्रशिक्षण अभ्यास ‘रेड फ्लैग’ में हिस्सा लिया था। इसे दुनिया का सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ युद्ध अभ्यास समझा जाता है। हार्तेज ने खबर दी है कि इस्राइल की वायु सेना के प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख कर्नल अमित ने सैन्य संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन देशों की पहचान बताने से इनकार कर दिया जिन्होंने रेड फ्लैग में हिस्सा लिया था लेकिन इस बात की पुष्टि की कि यह अन्य देशों के साथ संयुक्त तौर पर किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘हमने हर उस के साथ प्रशिक्षण लिया जो अभ्यास में शामिल हुआ था। हम मामले में न नहीं कहते हैं।’ समूचित तैयारियों की महत्वता पर जोर देते हुए रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘एक समूह में अपने स्तर को छुपाना नामुमकिन है। अगर आप आपको दिए गए मिशन को नहीं करते हैं तो यह सब देखते हैं।’ पहले पाकिस्तान के साथ प्रतिष्ठित अभ्यास में इस्राइल के शामिल होने के एक सवाल पर इस्राइली रक्षा बलों की एक प्रवक्ता ने कहा था, ‘आईडीएफ अपनी परिचालन क्षमता को बनाए रखने के लिए नियमित प्रशिक्षण लेता है और किसी भी संभावित चुनौती को लेकर तैयार है।’ उन्होंने कहा, ‘इस्राइली वायु सेना को उच्च गुणवत्ता वाले अभ्यास ‘रेड फ्लैग’ में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था और इसे स्वीकार किया गया।
इस्राइल के आठ एफ-16आई (सुफा या स्टोर्म) जंगी विमानों ने इस्राइल के रिफ्यूलिंग विमानों के साथ इस साल अभ्यास में हिस्सा लिया था। ये सारे विमान गुरुवार (1 सितंबर) को यहां लौट आए। अभ्यास में अन्य विमानों को रोकना, लक्ष्यों पर हमला करना, पायलटों को बचाना और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के तथाकथित खतरे के तहत हवाई गतिविधियां करना शामिल था। कर्नल अमित ने कहा कि 26 अगस्त को खत्म हुआ अभ्यास दो हफ्ते तक चला था और इसमें रोजाना उड़ान भरने के साथ ही दिन में और रात में भी उड़ाने भरना शामिल था। इस्राइल और पाकिस्तान के बीच राजयनिक संबंध नहीं है लेकिन दोनों देशों ने पहले पास आने की कोशिश की थी। 2005 में दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक ने कुछ बड़ी राजयनिक सफलता के कयास को बल दिया था।
