पेगासस जासूसी कांड में NSO समूह के खिलाफ गलत तरीके से काम करने के आरोपों की इजराइल ने जांच शुरू कर दी है। कई सरकारों द्वारा इसके स्पाईवेयर के गलत इस्तेमाल के आरोपों पर अधिकारियों ने साइबरसिक्योरिटी कंपनी के दफ्तर की जांच की। कई विभागों के चीफ ने बुधवार को NSO दफ्तर का दौरा कर इस सिलसिले में लगाए गए आरोपों की जांच की। यह जानकारी इजराइल के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी।
उन्होंने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि इस वक्त हम विस्तार से जानकारी नहीं दे रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने खबर दी कि जो बॉडी जांच कर रही है उनमें रक्षा मंत्रालय का एक्सपोर्ट कंट्रोल डीविजन और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल है जिसे जरूरत पड़ने पर जांच के लिए अधिकार दिया गया है। खबरों के मुताबिक जांच का केंद्र यह है कि क्या कंपनी ने रक्षा मंत्रालय के एक्सपोर्ट कंट्रोल डीविजन द्वारा दिए गए परमिट और शक्तियों के मुताबिक काम किया।
पेगासस स्पाई वेयर का इस्तेमाल भारत सहित कई देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, नेताओं एवं अन्य की जासूसी करने के आरोपों से निजता से जुड़े मुद्दों को लेकर चिंता उभरी है। भारत में विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार का घेराव कर रहा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों के खिलाफ स्पाईवेयर के इस्तेमाल की खबरों के बीच इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गांत्ज ने पेरिस का दौरा किया ओर फ्रांसीसी रक्षामंत्री फ्लोरेंस पार्ली को आश्वासन दिया कि यरूशलम मुद्दे को ‘गंभीरता’ से ले रहा है।
इजराइल सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने खुशी जताते हुए कहा था कि आने वाले कुछ समय में इस राज से पर्दा उठ जाएगा।