इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के अधिकारियों पर किए गए हालिया सैन्य हमले का बचाव किया है। नेतन्याहू ने इसकी तुलना 9/11 के हमलों के बाद की गयी अमेरिकी कार्रवाई से की है। इसके साथ ही नेतन्याहू ने कतर को फ़िलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के नेताओं को अपने देश में पनाह देना जारी रखने के ख़िलाफ़ चेतावनी दी है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने क़तर से आग्रह किया है कि या तो वह हमास नेताओं को निष्कासित करे या उन्हें न्याय के कटघरे में लाए। इजरायली पीएम ने यह भी कहा कि अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो हम करेंगे।” नेतन्याहू ने दावा किया कि कतर हमास को फंडिंग कर रहा है और उसके नेताओं को आलीशान घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कतर आतंकियों को पनाह देता रहा तो इजरायल खामोश नहीं बैठेगा।
इजरायल वही कर रहा है जो अमेरिका ने 9/11 के बाद किया था- नेतन्याहू
9/11 की बरसी से एक दिन पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल में हुए हमास हमले की तुलना अमेरिकी इतिहास के सबसे बुरे आतंकवादी हमले से की। उन्होंने कहा, “हमारे पास भी 11 सितंबर है। हम 7 अक्टूबर को याद करते हैं। उस दिन इस्लामी आतंकवादियों ने यहूदी लोगों के खिलाफ नरसंहार के बाद से सबसे भयानक बर्बरता की थी।” नेतन्याहू ने कहा, “11 सितंबर के बाद अमेरिका ने क्या किया? उसने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को, चाहे वे कहीं भी हों, मार गिराने का वादा किया था।”
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इजरायल के प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “हमने ठीक वही किया जो अमेरिका ने अफ़ग़ानिस्तान में अल-क़ायदा आतंकवादियों के पीछे जाकर और पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के बाद किया था।” अंतरराष्ट्रीय आलोचना पर पलटवार करते हुए नेतन्याहू ने कहा, “जब अमेरिका ने 9/11 के बाद आतंकवादियों पर हमला किया तो दुनिया ने उसकी सराहना की लेकिन अब वही दुनिया इजरायल की आलोचना कर रही है। उन्हें शर्म आनी चाहिए।”
दोहा में हमास पर हवाई हमला
नेतन्याहू की यह टिप्पणी इज़रायल द्वारा दोहा में हवाई हमले के एक दिन बाद आई है, जिसमें हमास के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाया गया था। यह हमला उस समय हुआ जब वे अमेरिका द्वारा प्रस्तावित नए युद्धविराम समझौते पर चर्चा के लिए बैठक कर रहे थे। हालांकि, इस हमले में इज़रायल हमास के किसी भी शीर्ष नेता को मारने में विफल रहा लेकिन इस हवाई हमले की अंतरराष्ट्रीय आलोचना हुई। अक्टूबर 2023 से, इज़रायल ने लेबनान, सीरिया, यमन, इराक, ईरान और कतर में हवाई हमले किए हैं।
कतर इजरायली हवाई हमले का जवाब देगा- प्रधानमंत्री
इस कार्रवाई के बाद कतर ने इजरायल की कड़ी आलोचना की और इसे कायराना हमला और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया। कतर का कहना है कि यह उसके नागरिकों और निवासियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।इस बीच, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने कहा कि उनका देश अन्य अरब देशों के साथ विचार-विमर्श के बाद दोहा में इजरायली हवाई हमले का जवाब देगा। अल-थानी ने सीएनएन को बताया कि निकट भविष्य में दोहा में एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजनाएं चल रही हैं।