हमास आतंकियों और इजरायल के बीच जारी जंग में अब तक कम से कम 2300 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इजरायल का दावा है कि उसके 1300 के करीब लोगों की मौत हुई है। वहीं, अल जज़ीरा के मुताबिक इजरायली हमले में 900 फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है। गाजा पट्टी से 2.60 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। हमास-इजरायल युद्ध के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि इजरायल हमास के सभी आतंकियों का खात्मा कर देगा।
हमास के हमले की शुरुआत के बाद इजरायल ने आतंकियों के सफाए के लिए युद्ध तेज कर दिया है। इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है। वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी इजरायल पर तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं। लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं। गुरुवार को सेंट्रल इजरायल के वेस्ट बैंक की तरफ भी रॉकेट दागे गए हैं।
1948 में इजरायल को राष्ट्र घोषित किया गया
इजरायल भी लगातार गाजा पट्टी में हमले कर रहा है। पर हमास एकमात्र ऐसा संगठन नहीं है जिसके खिलाफ इजरायल को सैन्य संघर्ष करना पड़ रहा है। स्थापना के अगले दिन से ही समय समय पर उसके कई विरोधियों के साथ सैन्य संघर्ष किया है। अल्पसंख्यक यहूदियों ने अरबी बहुसंख्यक आबादी वाले देश फिलिस्तीन के टुकड़े कर 14 मई, 1948 को इजरायल देश बनाया था। फिलिस्तीन पहले ओटोमन सामाज्य के तहत आता था। वेस्ट बैंक, गाजा, पूर्व यरूशलम और आज का इजरायल, इन सभी को मिलाकर फिलिस्तीन हुआ था।
1948 में इजरायल को राष्ट्र घोषित किया गया। जिसके बाद फिलिस्तीन की सीमा में वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी आ गए और इजरायल ने 1967 में खाड़ी देशों के साथ युद्ध के बाद पूर्वी यरूशलम पर कब्जा कर लिया। इजरायल की स्थापना में तत्कालीन ब्रिटेन के कब्जे वाले फिलिस्तीन का कुछ इलाका स्टेट ऑफ इजरायल को दे दिया गया था। इसके अगले ही दिन मिस्र, सीरिया, जॉर्डन और इराक ने मिलकर इजरायल पर हमला कर अरब-इजरायल युद्ध की शुरुआत कर दी थी। इसके बाद यमन, मोरक्को, सऊदी अरब और सूडान भी इस युद्ध में इजरायल के खिलाफ शामिल हो गए थे।
1970 का युद्ध
इसके बाद 1969 में मिस्र से सनाई युद्ध, या द्वितीय अरब-इजरायल युद्ध, या स्वेज संकटमें इजरायल ने मिस्र के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। 1967 में इजरायल ने छह दिन के युद्ध में सीरिया, जॉर्डन, ईराक और मिस्र के खिलाफ लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। 1967 में ही इजराइल एक और युद्ध में उलझा जिसें मिस्र और जॉर्डन के अलावा फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन के साथ ही सोवियत संघ भी शामिल हुआ था। 1970 तक चले इस युद्ध में दोनों पक्षों ने जीत का दावा किया था।
1973 में हुआ अक्टूबर युद्ध या रमजान युद्ध और चौथा अरब इजरायल युद्ध आखिरी ऐसा युद्ध था जिसमें इजरायल का सीधा अपने पड़ोसी देशों से संघर्ष हुआ। इसमें मिस्र, सीरिया, जॉर्डन, अल्जीरिया, इराक, मोरक्को और सऊदी अरब शामिल हुए थे। यह युद्ध मिस्र इजरायल समझौते के साथ खत्म हुआ था। 1973 के बाद से इजरायल का अरब देशों के समूह के खिलाफ तो युद्ध नहीं हुआ लेकिन समय-समय पर उसे कई सैन्य संघर्ष करना पड़ा।
2007 से अब तक इजरायल का पांच बार सैन्य संघर्ष
1987 में ओस्लो अकॉर्ड के बाद फर्स्ट इंटिफेडा नाम के संघर्ष में इजरायल का पहली बार हमास से संघर्ष शुरू हुआ जो कि 1993 तक चला था। इसमें स्थानीय फिलिस्तीनी संगठन भी शामिल था। इसके बाद 2000 से 2005 तक हमास और फिलिस्तीनी नेशनल अथॉरिटी के साथ युद्ध चला जिसमें इजरायल के फिलीस्तीनी इलाकों में बगावत हुई थी। 2007 के बाद से इजरायल का पांच बार सैन्य संघर्ष हो चुका है।