इजरायल ने शुक्रवार को गाजा शहर में एक ऊंची इमारत पर हमला किया जबकि सेना ने क्षेत्र पर कब्जा करने के अपने अभियान को तेज कर दिया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा में अन्य स्थानों पर हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए।

सेना ने हमास चरमपंथियों पर शहर की ऊंची इमारतों का उपयोग निगरानी और घात लगाने के लिए करने का आरोप लगाया और कहा कि वह आने वाले दिनों में आतंकवादी बुनियादी ढांचों पर ‘‘सटीक, टारगेटेड हमले’’ करेगी।

इजरायल ने हजारों रिजर्व सैनिकों को जुटाना शुरू कर दिया है और अपने आक्रमण को बढ़ाने की योजना के तहत निकासी की चेतावनियों को दोहरा रहा है।

मुश्ताहा टावर को बनाया निशाना

फलस्तीनियों ने बताया कि शुक्रवार को हुए हमले में रिमल स्थित मुश्ताहा टावर को निशाना बनाया गया। गाजा सिटी निवासी अहमद अल-बोआरी ​​ने बताया कि शहर के अन्य हिस्सों में इजरायली हमलों के कारण भाग रहे लोगों ने इस इमारत में और इसके आसपास शरण ली थी। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों में आस-पास बड़ी संख्या में तंबू दिखाई दे रहे हैं।

हमले में किसी के मारे जाने या घायल होने की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। इजरायल ने कहा कि उसने इमारत पर इसलिए हमला किया क्योंकि हमास इसका इस्तेमाल निगरानी के लिए करता था। शुक्रवार के हमले से पहले ली गई इमारत की तस्वीरों से पता चला कि इसकी छत पहले के हमलों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी।

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कई इलाके ‘रेड जोन’ घोषित

शहर के कुछ हिस्सों को पहले ही ‘रेड जोन’ माना जा चुका है और फलस्तीनियों को इन्हें संभावित भीषण लड़ाई से पहले ही खाली करने का आदेश दिया जा चुका है। शहर के शिफा अस्पताल ने बताया कि इजराइली हमलों में 27 लोग मारे गए, जिनमें एक ही परिवार के छह सदस्य शामिल हैं।

‘नरक के द्वार खुल रहे हैं’

टावर पर हमले से पहले इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने X पर कहा, “गाजा शहर में इजरायल की सैन्य गतिविधियां तेज़ हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में “नरक के द्वार अब खुल रहे हैं” और चेतावनी दी कि ये द्वार तब तक बंद नहीं होंगे जब तक हमास युद्ध समाप्त करने के लिए इजरायल की शर्तों को स्वीकार नहीं कर लेता – जिसमें सभी बंधकों की रिहाई और निरस्त्रीकरण शामिल है।”

इजराइली सेना का कहना है कि वह केवल चरमपंथियों को निशाना बनाती है। उसने नागरिकों की मौतों के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। इजरायल के लोगों का मानना है कि इससे गाजा में बंधक बनाकर रखे गए लोगों को खतरा हो सकता है, जिनमें से कुछ के गाजा शहर में होने का अनुमान है। ऐसे 48 बंधक हैं और इजरायल का मानना है कि इनमें से 20 जीवित हैं।

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