ईरान और इजरायल के बीच तनाव के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि ईरान के न्यूक्लियर साइट्स समेत कई सरकारी विभागों में एक साथ साइबर अटैक हुआ है। इसके कारण ईरान सरकार की लगभग सभी सेवाएं बाधित हो गई हैं। माना जा रहा है कि ऐसा इजरायल ने किया है। साइबर अटैक में ईरान के परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है।

ईरान में बड़ा साइबर अटैक

ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबर स्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी ने कहा कि न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका सहित ईरान के लगभग सभी सरकारी विभाग साइबर हमले का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यहां तक दावा किया कि कुछ इनफॉरमेशन भी चोरी की जा चुकी है। ईरान की मीडिया ईरान इंटरनेशनल के अनुसार कई अहम जानकारियां चोरी की जा चुकी है।

इजरायल का लेबनान में ऑपरेशन जारी

1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर मिसाइल अटैक किया था और उसके बाद ही इजरायल ने बदले की धमकी दी थी। इजरायल के रक्षा मंत्री ने बीते बुधवार को भी चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरानी मिसाइल हमलों का जवाब जरूर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इजरायल का जवाब घातक और आश्चर्यजनक होगा। इजरायल अभी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं।

ईरान के मिलिट्री चीफ ने इजरायल को दी थी हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह के ठिकाने की जानकारी? सुप्रीम लीडर ने दिया हाउस अरेस्ट का आदेश

हसन नसरल्लाह को इजरायल ने मार गिराया

कुछ दिन पहले ही इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया था। उसके बाद ईरान इस मामले की जांच कर रहा है। अब बड़ी खबर यह आ रही है कि ईरान के मिलिट्री चीफ ने ही इजरायल को हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के ठिकानों की जानकारी दी थी। इस बीच ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ कमांडर गायब हो गए हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि उन्होंने ही हसन नसरल्लाह को मार गिराने में इजरायल की मदद की और ईरान से गद्दारी की।

इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी ईरान में सबसे ताकतवर सैन्य व्यक्ति माने जाते हैं। इससे पहले कासिम सुलेमानी सबसे ताकतवर सैन्य व्यक्ति थे लेकिन अमेरिका ने उनकी हत्या कर दी थी। मिडिल ईस्ट आई को बताया कि ईरान के सबसे वरिष्ठ जनरलों में से एक कानी और उनकी टीम भी लॉकडाउन में हैं क्योंकि उनसे जवाब मांगा जा रहा है। यानी वे एक तरीके से हाउस अरेस्ट में हैं।