इस्लामिक स्टेट के साथ मिलकर लड़ने के बाद सीरिया से लौटे एक पूर्व ब्रिटिश छात्र ने जर्मन जांचकर्ताओं से कहा है कि यह दुर्दांत आतंकवादी संगठन ब्रिटेन और पूरे यूरोप में एक साथ कई बड़े हमले करने की साजिश रच रहा है। आइएस के 27 वर्षीय रंगरूट हैरी सरफो ने जर्मन सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि करीब करीब सभी विदेशी लड़ाकों से पूछा जा रहा है कि क्या वे हमला करने के लिए अपने देश लौटेंगे। सरफो इस साल के प्रारंभ में आईएस की मजबूत पकड़ वाले रक्का में कुछ समय तक रहा था।
जर्मन पत्रिका डेर स्पीजेल के अनुसार उसने सुरक्षा अधिकारियों से कहा, ‘‘वे (आइएस नेतृत्व) कुछ ऐसा चाहते हैं जो एक ही समय सभी जगह हो।’’ लंदन में इस्लाम ग्रहण करने और सीरिया में ब्रिटिश आतंकवादियों से संबंधित सरफो ने दावा किया कि इस मिशन के लिए उससे बार बार संपर्क किया गया लेकिन उसने उसे भर्ती करने वालों से कह दिया कि वह घरेलू अत्याचार नहीं करना चाहता और बाद में वह आइएसआइस से भाग निकला।
वैसे इस पत्रिका ने जांच से गुजर रहे संदिग्ध आतंकवादियों से जुड़े जर्मन मीडिया नियम के अनुसार उसे बस ‘हैरी एस’ कहकर संबोधित किया था लेकिन संडे टाईम्स ने ब्रिटिश सूत्रों के आधार पर सरफो की पूर्ण पहचान स्थापित की। उसने जर्मन अधिकारियों को जो भी सूचनाएं दी हैं उसे निश्चित तौर पर ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई5 और स्काटलैंड यार्ड के आतंकवाद निरोध इकाई के साथ साझा किया जाएगा।
सरफो जर्मनी में घाना मूल के एक ईसाई माता-पिता के घर पला-बढ़ा लेकिन ब्रेमेन सिटी में छोटे मोटे अपराधों में शामिल होने के बाद वह किशोरावस्था में अपनी मां के साथ लंदन चला गया। ऐसा जान पड़ता है कि उसका नाम 2007-2012 के दौरान उत्तर लंदन के इनफील्ड के एक पते पर मतदाता सूची में था। लेकिन माना जाता है कि वह 2005 से ही लंदन में था और एक तकनीकी कॉलेज में दाखिला लिया था।
इस्लाम अपनाने के बाद उसने अपना नाम बदलकर बिलाल कर लिया और ऐसा लगता है कि लंदन में कट्टरपंथी संगठनों के साथ हो गया। पिछले साल वह एक अन्य ब्रिटिश व्यक्ति के साथ वह मक्का गया था। वह इस साल आइएस से जुड़ने के वास्ते सीरिया जाने से पहले जर्मनी लौटा। उसका कहना है सीरिया में उसने लोगरें को पश्चिमी देशों पर हमला करने की बात करते हुए सुना।
उसे आइएसआइएस बैनर वाली एक वीडियो फिल्म की शुरुआत में कुछ देर के लिए देखा गया था। उसके वकील उडो वुर्त्ज ने पत्रिका से कहा कि सरफो किसी भी हत्या में शामिल नहीं हुआ। वुर्त्ज ने कहा, ‘‘वह आइएसआइएस के दुष्प्रचार से गुमराह हुआ। वह अब ठीक बनना चाहता है।’’
एक अनुमान के अनुसार 800 ब्रिटिश चरमपंथी सीरिया गए जिनमें से साढ़े चार सौ के बारे में माना जाता है कि वे ब्रिटेन लौट आए। अक्तूबर में एमआई 5 प्रमुख एंड्रू पार्कर ने चेतावनी दी थी कि आइएसआइएस ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर हमले की साजिश रच रहा है।