सऊदी अरब ने इस्‍लामिक कट्टरपंथ को बीमारी करार दिया है और इससे लड़ने के लिए 34 मुस्लिम देशों का संगठन बनाया है। सऊदी अरब के डिप्‍टी क्राउन प्रिंस और रक्षा मंत्री मोहम्‍मद बिन सलमान ने कहा कि इस्‍लामिक जगत की ओर से यह एलान देशों के समूह के तौर पर इस बुराई से लड़ने के मकसद से किया गया है। उन्‍होंने कहा कि आज कई देश आतंकवाद से पीड़‍ित हैं। इससे मुकाबले के लिए बहुत मजबूत प्रयासों की जरूरत है। यह समूह इस दिशा में बड़ी पहल होगा।

34 देशों के समूह का ज्‍वायंट ऑपरेशन सेंटर रियाद में होगा। समूह में सऊदी अरब के अलावा जॉर्डन, यूएई, पाकिस्‍तान, बहरीन, बांग्‍लादेश, बेनिन, तुर्की, चाड, टोगो, ट्यूनीशिया, सेनेगल, सूडान, सिएरा‍ लिओन, सोमालिया, गैबोन, गिनी, फलस्‍तीन, कोमोरोस, कतर, कोट डि’लवॉयर, कुवैत, लेबनान, ली‍बिया, मालदीव, माली, मलेशिया, मिस्र, मोरक्‍को, मॉरिटैनिया, नाइजर, नाइजीरिया और यमन हैं।

मुस्लिम देशों ने यह गठबंधन ऐसे समय किया है जब आईएसआईएस पर हमले तेज हुए हैं। अमेरिकी सेना तो सितंबर, 2014 से ही आईएसआईएस के खिलाफ सैन्‍य अभियान चला रही है। अमेरिका की अगुआई वाले गठबंधन में शामिल कई देश भी आईएसआईएस के खिलाफ बमबारी कर रहे हैं, लेकिन गठबंधन की ओर से 80 फीसदी बमबारी अमेरिका ने ही की है।

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