एक आत्मघाती बम हमलावर ने शुक्रवार (24 फरवरी) को सीरिया के शहर अल-बाब के पास हमला बोलकर 42 लोगों की जान ले ली। मारे गए लोगों में अधिकतर विद्रोही थे। कुछ ही घंटे पहले इस्लामिक स्टेट ने इसकी जिम्मेदारी ली है। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया बम हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को सूसियान में उड़ा दिया। यह सीरिया के रणनीतिक शहर से आठ किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है क्योंकि दर्जनों लोग घायल हैं और उनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि इस विस्फोट ने दो आसपास स्थित विद्रोही कमान चौकियों को उड़ा दिया और बड़ी संख्या में लड़ाकों को घायल कर दिया। अल-बाब तुर्क सीमा से महज 25 किलोमीटर दक्षिण में है। यह उत्तर सीरिया के प्रांत अलेप्पो में आईएस का अंतिम मजबूत गढ़ रहा है।
विद्रोहियों ने इस शहर को हासिल करने के लिए पिछले साल हमले शुरू कर दिए थे। इसके लिए उसे तुर्की सैनिकों, युद्धक सामग्री और हवाई हमलों की मदद मिल रही थी। तुर्की ने पिछले अगस्त में एक अभियान के तहत सीरिया में सैनिक भेजे थे और कहा था कि इस अभियान के जरिए सिर्फ आईएस को ही नहीं बल्कि अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाकों को भी निशाना बनाया गया। इन लड़ाकों को वह आतंकी की संज्ञा देता है। अल-बाब के लिए चली यह लड़ाई पूरे अभियान में सबसे घातक रही है और इसमें कम से कम 69 तुर्की सैनिक मारे गए हैं। तुर्क रक्षामंत्री ने फिकरी इसिक ने कल कहा कि उसके विद्रोही सहयोगियों ने शहर पर ‘लगभग पूरा कब्जा’ कर लिया है।
पाकिस्तान: सेहवान की कलंदर सूफ़ी दरगाह में ISIS का आत्मघाती हमला, 100 की मौत
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर दरगाह के भीतर गुरुवार (16 फरवरी) रात आईएसआईएस के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। पाकिस्तान में एक सप्ताह के भीतर यह पांचवां आतंकी हमला हुआ। हमलावर ‘सुनहरे गेट’ से दरगाह के भीतर दाखिल हुआ और पहले उसने ग्रेनेड फेंका लेकिन वह नहीं फटा। पुलिस के अनुसार यह धमाका सूफी रस्म ‘धमाल’ के दौरान हुआ। विस्फोट के समय दरगाह के परिसर के भीतर सैकड़ों की संख्या में जायरीन मौजूद थे।
सहवान के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘उसने अफरा-तफरी मचाने के लिए पहले ग्रेनेड फेंका और फिर खुद को उड़ा लिया।’ सहवान थाने के एसएचओ रसूल बख्श ने संवाददाताओं को बताया कि करीब 100 लोगों की मौत हो गई जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एदी फाउंडेशन के फैसल एदी ने इस बात की पुष्टि की है कि 60 शवों को हैदराबाद और जमशोरो के अस्पताल में ले जाया गया। आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि आत्मघाती हमलावर ने दरगाह में ‘शिया लोगों’ को निशाना बनाया। पाकिस्तान में साल 2005 से देश की 25 से अधिक दरगाहों पर हमले हुए हैं।

