इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों ने प्राचीन सीरियाई शहर पल्माइरा के मशहूर आर्च ऑफ ट्राइअम्फ को विस्फोट से उड़ा दिया। जिहादियों ने ऐतिहासिक इमारतों को नष्ट करने के अपने अभियान को तेज करते हुए इस घटना को अंजाम दिया है। यह जानकारी आज देश के पुरातत्व प्रमुख ने दी।
आतंकियों ने सीरिया और इराक में अपने नियंत्रण में आने वाले इलाकों में मौजूद उन ऐतिहासिक विरासत स्थलों को नष्ट करने का अभियान छेड़ रखा है, जिनमें स्मारक, गुंबद और प्रतिमाएं हैं। वह इन्हें मूर्तिपूजा से जुड़ा हुआ मानकर नष्ट कर रहा है। अगस्त के बीच में इन्होंने पल्माइरा के 82 वर्षीय पूर्व पुरातत्व प्रमुख का सिर कलम कर दिया था।
सीरिया के पुरातत्व निदेशक मैमून अब्दुलकरीम ने यूनेस्को में सूचीबद्ध वैश्विक विरासत स्थल पर मंडराने वाले बर्बादी के बादल की चेतावनी दी थी।
मई में इस क्षेत्र पर अधिकार स्थापित करने के बाद से ही जिहादी इसे नष्ट करते रहे हैं। अब्दुल करीम ने एएफपी को बताया, यह शहर की व्यवस्थागत ढंग से की जा रही बर्बादी है। वे इसे पूरी तरह से नष्ट कर देना चाहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ‘पल्माइरा को बचाने का तरीका निकालने’ की अपील करते हुए उन्होंने कहा, वे स्तंभों वाली रंगभूमि (एंफीथियेटर) को नष्ट कर देना चाहते हैं। अब हम पूरे शहर को लेकर डरे हुए हैं।
‘रेगिस्तान के मोती’ के रूप में पहचाने जाने वाला प्राचीन मरू उद्यान शहर पल्माइरा दमिश्क से लगभग 210 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है और यह ‘सिल्क रोड’ पर यात्रा करने वाले कारवां के विश्राम स्थल के रूप में मशहूर हुआ। दुर्ग और अवशेष दोनों ही यूनेस्को की वैश्विक विरासत सूची में शामिल हैं। युद्ध से पहले लगभग डेढ़ लाख पर्यटकों ने एक साल में पल्माइरा की यात्रा की थी।