बांग्लादेश में देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के केस की पैरवी करने वाले वकील पर हमला हुआ है। यह दावा कोलकाता में इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने किया है। रमन रॉय की हालत गंभीर है और वह ICU में भर्ती हैं। कट्टरपंथियों ने उनके घर में भी तोड़फोड़ की है।

राधारमण दास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में रमन रॉय की तस्वीर के साथ कहा, “चिन्मय दास के वकील रमन रॉय पर जानलेवा हमला हुआ है। वे ICU में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी एकमात्र गलती यह थी कि उन्होंने कोर्ट में चिन्मय प्रभु का बचाव किया। कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया।”

बांग्लादेश में इंडियन टीवी चैनलों के प्रसारण पर प्रतिबंध की मांग

वहीं, ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की गई है जिसमें बांग्लादेशी संस्कृति और समाज पर भारतीय मीडिया के प्रभाव पर बढ़ती चिंताओं का हवाला देते हुए देश में भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। वकील एखलास उद्दीन भुइयां, जिन्होंने सोमवार को याचिका दायर की, भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए केबल टेलीविजन नेटवर्क ऑपरेशन अधिनियम 2006 के तहत एक निर्देश की मांग कर रहे हैं।

चिन्मय कृष्ण दास पर आरोप

बांग्लादेश में आज इस्कॉन के पुजारी रहे चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। सुनवाई के दौरान कोर्ट तय करेगा कि चिन्मय दास को जमानत दी जाए या पुलिस हिरासत में रखा जाए। गौरतलब है कि दास को पिछले हफ्ते बांग्लादेशी हिंदुओं पर बढ़ते हमलों के खिलाफ कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

वीजा होने पर भी 63 संतों को बांग्लादेश से नहीं आने दिया जा रहा भारत, ISKCON का आरोप- सभी डरे हुए हैं

चिन्मय कृष्ण दास पर कई आरोप हैं, उनकी गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश के चटगांव में चटगांव मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया था। 26 नवंबर को ढाका की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। चटगांव कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था और जेल भेज दिया था, जिसके बाद से उनके समर्थकों का विरोध प्रदर्शन जारी है।

इस्कॉन की बांग्लादेश में रह रहे अपने संतों को सलाह

इस सबके बीच इस्कॉन ने बांग्लादेश में रह रहे अपने संतों को सलाह दी है। कोलकाता के वाइस-प्रेसिडेंट राधारमण दास ने कहा कि वह भिक्षुओं और संप्रदाय के सदस्यों को सलाह दे रहे हैं कि वे मंदिरों और घरों के अंदर अपने धर्म का पालन करें लेकिन बाहर निकलते समय बहुत सावधानी बरतें। उन्होंने सलाह दी है कि भगवा रंग से बचें, तुलसी की माला छिपाएं, तिलक मिटाएं और सिर को ढक लें। पढ़ें- ISKCON ने बांग्लादेशी हिंदुओं को क्या दी सलाह