कनाडा में पिछले कुछ महीनों में खालिस्तानियों ने कई रैलियां कीं। इसको लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canada Prime Minister Justin Trudeau) को सवालों का सामना करना पड़ा। एक सवाल के जवाब में प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनके देश ने हमेशा हिंसा की धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है। मीडिया द्वारा कनाडाई प्रधानमंत्री से ब्रैम्पटन में एक रैली में भारत की पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी (former Prime Minister Indira Gandhi) की हत्या को दर्शाने वाली परेड झांकी और खालिस्तान समर्थकों द्वारा लगाए गए “Kill India” पोस्टरों के बारे में पूछा गया था।

हमने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की: जस्टिन ट्रूडो

चुनावी फायदे के लिए कनाडा की सरकार खालिस्तान समर्थकों पर नरम रुख अपना रही है, इन आरोपों पर जस्टिन ट्रूडो ने कहा की वे गलत हैं। कनाडा ने हमेशा हिंसा और हिंसा की धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है। हमने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और हम हमेशा करेंगे।

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि हमारा देश बेहद विविधतापूर्ण है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे पास है, लेकिन हम हमेशा यह सुनिश्चित करेंगे कि हम हिंसा और उग्रवाद का मुकाबला कर सकें। बता दें कि खालिस्तान समर्थकों के कुछ समूहों ने इस शनिवार को कनाडा में भारतीय मिशनों के बाहर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।

कनाडा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले हफ्ते कहा था कि ओटावा वोट-बैंक की राजनीति से प्रेरित लगता है और इससे दोनों देशों के बीच संबंधों पर भी असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि कनाडा ने खालिस्तानी मुद्दे से कैसे निपटा है यह हमारे लिए एक पुराना मुद्दा है क्योंकि यह बहुत स्पष्ट रूप से वे वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है।

जयशंकर ने कहा कि हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर कनाडा से ऐसी गतिविधियां होती हैं जो हमारी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और हमारी सुरक्षा पर आघात करती हैं, तो हमें जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि इससे पिछले कुछ सालों में द्विपक्षीय संबंधों पर भी असर पड़ा है।