ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। इब्राहिम रईसी के साथ विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन भी थे और उनकी भी मौत हो गई है। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर रविवार 19 मई को शाम 7 बजे के करीब क्रैश हुआ था। इब्राहिम रईसी अजरबैजान से सटी सीमा पर एक डैम का उद्घाटन करने गए थे और वहां से वह लौट रहे थे। इसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ। अब हादसे को लेकर कई सवाल भी उठने लगे हैं।

क्या मोसाद ने रची कोई साजिश?

इजरायल और ईरान के बीच की दुश्मनी सभी को पता है। हाल ही में ईरान ने इजरायल पर एक के बाद एक कई मिसाइल हमले किए थे। इजरायल ने सभी ईरानी मिसाइल को मार गिराया था और जवाबी हमला भी किया था। इस दौरान इजरायल ने बदला लेने की चेतावनी भी दी थी।

ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से अटैक किया था। इजरायल-गाजा युद्ध के बाद से ही ईरान और इजरायल के बीच तल्खी बढ़ गई है। ऐसे में चर्चा है कि अगर यह हेलीकॉप्टर हादसा साजिश है, तो इसमें इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ हो सकता है।

इजरायल और अजरबैजान साझा करते हैं खुफिया जानकारी

इजरायल और अजरबैजान के बीच अच्छा खुफिया रिश्ते हैं। दोनों ही देश एक दूसरे के साथ खुफिया जानकारी साझा करते हैं। ईरानी राष्ट्रपति रईसी अजरबैजान से सटी सीमा पर ही डैम का उद्घाटन करने गए थे। हालांकि ईरान और अजरबैजान दोनों शिया मुल्क हैं लेकिन दोनों देशों के बीच कड़वाहट भी है।

कम विजिबिलटी में उड़ रहा था हेलीकॉप्टर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान के राष्ट्रपति डैम का उद्घाटन करने के बाद ईरान के तबरेज सिटी जा रहे थे। इस बीच हेलीकॉप्टर को करीब 50 किलोमीटर की ही दूरी तय करनी थी। जहां पर यह हादसा हुआ, वह पहाड़ी इलाका है जहां काफी अधिक कोहरा भी था। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार विजिबिलिटी भी 5 मीटर से अधिक नहीं थी। आमतौर पर एक हेलीकॉप्टर को उड़ने के लिए 800 मीटर की विजिबिलटी होनी चाहिए।

अमेरिका भी बनाए हुए है नजर

अमेरिका भी घटना पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। अमेरिका के एक सांसद चक शूमर ने बयान जारी कर कहा कि उनकी खुफिया एजेंसी एफबीआई से बात हुई है और कहीं भी किसी साजिश की आशंका या कोई सबूत नहीं मिला है।