मिडिल ईस्ट में जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी कर कहा था कि वे ईरान जाने से बचें। इसके अलावा लेबनान और इजरायल में भी लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर रहने की सलाह दी गयी है। साथ ही गैर-जरूरी कामों से बाहर न निकलने की भी नसीहत दी गयी है। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि पश्चिम एशिया में करीब 90 लाख भारतीय रहते हैं, उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और यह बातचीत से ही संभव है। हवाई हमलों और बमबारी के चलते जारी तनाव के बावजूद बड़ी संख्या में भारतीय अभी भी इजरायल में रुके हुए हैं।

जमीनी स्तर पर अनिश्चितता के बावजूद कई भारतीयों की भारत लौटने की कोई योजना नहीं है। अराजकता के बीच भी मोटे वेतन का लालच कई भारतीय श्रमिकों को आकर्षित कर रहा है। भारत इजरायल के लिए अपने कुशल श्रम बल के स्रोत के लिए एक पसंदीदा केंद्र बन गया है , विशेष रूप से 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले के बाद हजारों फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट के निलंबन के बाद।

इजरायल में वर्क फोर्स की कमी

फिलिस्तीनी श्रमिक जो पहले इजरायल के निर्माण क्षेत्र की रीढ़ थे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है और भारतीय श्रमिकों ने तेजी से उनकी जगह ले ली है। इजरायल सरकार जो वर्क फोर्स में कमी का सामना कर रही है, अपने बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए भारत से सक्रिय रूप से भर्ती कर रही है।

भारतीय युवाओं ने इस अवसर का लाभ उठाया है और हजारों लोग इजराइल में रोजगार पाने के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भर्ती केंद्रों के बाहर कतार में खड़े हैं।

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इस साल सितंबर में 1000 भारतीय वर्कर इजरायल गए

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, हाल ही में एक पहल के तहत इजरायल की जनसंख्या, आव्रजन और सीमा प्राधिकरण (PIBA) ने NSDC से 10,000 निर्माण श्रमिकों और 5,000 देखभालकर्ताओं की भर्ती करने का अनुरोध किया। दिसंबर 2023 और मार्च 2024 के बीच 16,832 उम्मीदवारों ने स्किल टेस्ट दिया जिनमें से 10,349 को इज़रायल में नौकरियों के लिए चुना गया। वहीं, अब तक लगभग 5800 लोग पलायन कर चुके हैं, जिनमें से 4800 पहले से ही वहां काम कर रहे हैं और इस साल सितंबर में 1000 और भेजे गए हैं।

चयनित उम्मीदवारों को लगभग 1.92 लाख रुपये प्रति माह वेतन मिल रहा है, साथ ही 16,515 रुपये का बोनस, मेडिकल बीमा और आवास भी मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक, कंसट्रक्शन वर्कर्स इजरायल में जाकर रोजगार हासिल कर सकते हैं।

कंसट्रक्शन वर्कर्स को इजरायल में 1.37 लाख रुपए सैलरी मिलेगी

जनसत्ता अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, शटरिंग मिस्त्री, सरिए बांधने वाले, टाइल लगाने वाले और पलस्तर करने वाले निर्माण श्रमिकों को हर महीने 1.37 लाख रुपए सैलरी मिलेगी। वहां जाकर काम करने के इच्छुक श्रमिकों को सेवा योजन विभाग के एकीकृत पोर्टल रोजगार संगमै पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। श्रमिक की आयु 25 से 45 साल, कम से कम तीन साल की वैधता का पासपोर्ट, संबंधित कार्य में काम से कम से कम तीन साल अनुभव होना अनिवार्य है। साथ ही उसने इजरायल में पहले काम ना किया हो।