कभी दुनिया के समृद्ध देशों में शुमार वेनेजुएला की आर्थिक स्थिति इन दिनों बद से बदतर होती जा रही है। लोग एक-एक पैसों के लिए मोहताज हो चुके हैं। खाने की समस्या पैदा हो चुकी है। मजबूरी में लोग पलायन कर रहे हैं। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा महंगाई इस देश में बढ़ी है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के एक अधिकारी ने सोमवार को लिखा कि वेनेजुएला की मुद्रास्फीति दर 2018 में 1,000,000 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है, जो आधुनिक इतिहास में सबसे ज्यादा मुद्रास्फीति वाले रास्ते पर ले जा रही है। उन्होंने संकेत दिया कि वेनेजुएला की हालत 1923 वाली जर्मनी और वर्ष 2000 में जिम्बाम्बे जैसी हो रही है। हालांकि, आईएमएफ के अधिकारी के बयान पर वेनेज़ुएला के सूचना मंत्रालय ने तुरंत टिप्पणी के अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया।
दरअसल, दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था 2014 में तेल की कीमतों में अचानक कमी के बाद सब्सिडी और मूल्य नियंत्रण की व्यवस्था को बनाए रखने में असमर्थ होने की वजह से लगातार गिर रही है। कभी इस देश की जीडीपी इस्त्राइल, स्पेश और ग्रीस से ज्यादा थी। देश की विपक्षी पार्टी के मुताबिक, इस साल उपभोक्ता कीमतों में 46,305 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विपक्षी पार्टी ने 2017 में अपना खुद का मुद्रास्फीति डेटा प्रकाशित करना शुरू किया क्योंकि देश के केंद्रीय बैंक ने बुनियादी आर्थिक डेटा जारी करने से मना कर दिया था।
वहीं, राष्ट्रपति निकोलस मदुरो का कहना है कि देश वाशिंगटन के समर्थन से विरोधियों द्वारा आयोजित “आर्थिक युद्ध” का शिकार है। उनकी सरकार नियमित रूप से आईएमएफ को वाशिंगटन के एक झुंड के रूप में खारिज कर देती है जो विकासशील देशों के समक्ष अमीर फाइनेंसरों के हितों को ज्यादा तवज्जो देती है। दूसरी ओर विपक्षी आलोचकों ने कहा है कि वेनेज़ुएला की समस्याएं खराब नीति निर्णयों का परिणाम हैं। इनमें धन आपूर्ति और मुद्रा नियंत्रणों के अनियंत्रित विस्तार शामिल हैं जो कच्चे माल और मशीन भागों को आयात करने में असमर्थ व्यवसाय छोड़ते हैं।
बता दें कि वेनेजुएला इस समय काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है। लोगों के पास कैश नहीं है। बैंक से कैश निकालना मुश्किल हो गया है। लोग बुनियादी जरूरतें भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। एक कप काफी की कीमत एक महीने के वेतन के बराबर हो चुकी थी। ऐसे में यहां के लोग अब सामान के बदले सामान देने का काम कर रहे हैं। बाल कटवाने के लिए केले दे रहे हैं तो कहीं अंडे दे रहे हैं। लोग सामान की अदला-बदली कर काम चला रहे हैं।