मध्य इंडोनेशिया में रविवार को खराब मौसम से जूझ रही एक यात्री नौका के समुद्र की ऊंची लहरों की चपेट में आने से उसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 23 लोगों को बचा लिया गया। जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। दक्षिण सुलावेसी की प्रांतीय राजधानी मकास्सर में खोज और बचाव एजंसी के प्रमुख रोकी असिकीन ने बताया कि सुलावेसी द्वीप के शहर कोलाका से सिवा के लिए जा रही फाइबरयुक्त नौका में 110 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे, जो खराब मौसम के कारण तीन मीटर से भी ज्यादा ऊंची लहरों की चपेट में आ गई।
असिकीन ने बताया कि चालक दल के सदस्यों ने फोन करके संकट में घिरने और वाजो जिले में सिवा बंदरगाह के दक्षिण पूर्व में करीब 21 किलोमीटर की दूरी पर नौका डूबने की बात बताई जिसके बाद छह बचाव नौकाओं और जहाजों को केनदारी और मकास्सर भेजा गया। उन्होंने बताया कि यात्रियों में 14 बच्चे भी शामिल थे। इससे पहले रविवार को मछुआरों ने जीवनरक्षक जैकेट पहनी एक महिला और एक बच्चे सहित चार लोगों को बरामद किया था। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि ऊंची लहरों की चपेट में आने से उनकी नौका डूब गई।
इंडोनेशिया के परिवहन मंत्रालय के प्रवक्ता जूलियस बराता ने बताया कि एक अन्य नौका के जरिए 21 अन्य को बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि ताजा मिली रिपोर्ट में कुल 25 लोगों के बरामद होने की सूचना मिली है। इन्हें सिवा ले जाया गया है। टेलीविजन फुटेज में कई परिवारों के सदस्य सिवा बंदरगाह पर व्याकुलता से अपने प्रियजनों का इंतजार करते नजर आए।