Rohingya Refugee Crisis: पूरी दुनिया में रोहिंग्या मुस्लिम एक बड़ी शरणार्थी समस्या के तौर पर उभरे हैं। भारत में रोहिंग्याओं की घुसपैठ को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं। इस बीच अब इंडोनेशिया के प्रशासन ने बताया है कि पिछले एक हफ्ते में समंदर के रास्ते 200 से ज्यादा रोहिंग्या घुसे हैं। ये घुसपैठिए मुल्क के आचे प्रांत के तट पर पहुंचे थे।
मुस्लिम रोहिंग्या मूल रूप से म्यांमार के हैं और विश्व की सबसे बड़ी राज्यविहीन आबादी हैं। ये घुसपैठिए अक्सर अक्टूबर से अप्रैल के बीच, जर्जर नावों के सहारे थाईलैंड, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में घुसपैठ करते हैं। इसकी वजह यह है कि इस दौरान समंदर शांत होते हैं।
मछुआरा समुदाय के प्रमुख ने दी जानकारी
इंडोनेशिया के आचे क्षेत्र के मछुआरा समुदाय के प्रमुख मिफ्ताच जूट अडेक ने बताया कि 200 से अधिक रोहिंग्या रविवार शाम को इंडोनेशिया के पश्चिमी भाग में सुमात्रा द्वीप के पूर्वी आचे के पश्चिमी प्यूरूलक क्षेत्र में पहुंचे।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHRC) के एक अधिकारी फैसल रहमान ने कहा कि एजेंसी स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर रही है, और टीम सोमवार को पश्चिमी प्यूरूलक के लिए रवाना होगी।
दस साल से पुणे में रह रहा रोहिंग्याई शख्स
सबसे बड़ा रोहिंग्या शरणार्थी केंद्र
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर और नवम्बर के बीच 500 से अधिक रोहिंग्या नाव से इंडोनेशिया पहुंचे थे। लगभग 10 लाख रोहिंग्या बांग्लादेश में शिविरों में रह रहे हैं, जिसे संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय शरणार्थी शिविर घोषित किया है।
बौद्ध बहुल म्यांमार से निकाले गए इन रोहिंग्या को कई मुल्कों ने नागरिता देने से इनकार किया जा रहा है। इनता ही नहीं, इनके साथ काफी दुर्व्यवहार किया जाता है। रोहिंग्या से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।