टाइम पत्रिका ने “दुनिया बदलने वाले 10 मिलेनियल्स” की लिस्ट में एक भारतीय उमेश सचदेव को भी जगह दी है। उमेश 30 साल के हैं और वो एक उद्यमी हैं। मिलेनियल्स उन्हें कहा जाता है जो साल 2000 के आसपास किशोर थे। उमेश ने एक ऐसे फोन बनाया जो लोगों से उनकी भाषा में बातकर उन्हें सर्विस देता है। उमेश का ये फोन लगभग सभी भाषाएं समझ सकता है। सचदेव ने अपने कॉलेज को दोस्त रवि सरावगी के साथ मिलकर यूनिफोर सॉफ्टवेयर सिस्टम बनाया था।
सचदेव की प्रोफाइल के अनुसार चेन्नई से शुरू हुए इस स्टार्ट-अप ने एक एक सॉफ्टवेयर बनाया जो लोगों से उनकी भाषा में बात करता है जिससे लोग आसानी से कई सर्विस जेसै फोन बैकिंग का लाभ उठा सकते हैं। यह सर्विस 25 भाषाओं और 150 बोलियों को समझने में सक्षम है। इस सर्विस का इस समय 50 लाख लोग प्रयोग कर रहे हैं। इसमें ज्यादातर भारत से हैं। अपनी टाइमलाइन में सचदेव ने लिखा है कि फोन वित्तीय समावेश से लेकर किसान को किसी भी जरूरी सूचना देने तक में सक्षम है। लेकिन आपको लोगों से जुड़ने के लिए एक साधन की जरूरत होती है।

