प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर की यात्रा खत्म कर नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। नई दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने इंडिया-सिंगापुर बिजनेस राउंड टेबल मीटिंग में कहा कि भारत में पॉलिटिकल स्टेबिलिटी है और हम प्रेडिक्टिव और प्रोग्रेसिव नीतियों के साथ काम कर रहे हैं। हम सभी के लिए खुले हैं। उन्होंने कहा,”मैं आप सभी को आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत सरकार अगले पांच सालों में पिछले दस सालों से तीन गुना काम करने जा रही है।”
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया का सबसे तेजी से विकसित होता एविएशन सेक्टर भारत में है और एविएशन सेक्टर के लिए जिस इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है, वह हमारे लिए टॉप प्रायोरिटी है। निकट भविष्य में भारत में सौ से ज्यादा एयरपोर्ट बनाने होंगे।
उन्होंने कहा, ” यह मेरा तीसरा कार्यकाल है और जो भारत को जानते हैं, वो इस बात से परिचित हैं कि साल 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोगों को सरकार की नीतियों और नीयत पर विश्वास है।
भारत अपने खुद के ‘कई सिंगापुर’ बनाना चाहता है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर को विकासशील देशों के लिए एक आदर्श बताया और कहा कि भारत अपने खुद के ‘कई सिंगापुर’ बनाना चाहता है। सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने इस देश की चौथी पीढ़ी के नेतृत्व पर भरोसा जताया। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि सिंगापुर महज एक साझेदार देश नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक विकासशील देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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उन्होंने कहा, “हम भारत में भी कई ‘सिंगापुर’ बनाना चाहते हैं और मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। हमारे बीच जिस मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन की व्यवस्था हुई है, वह एक पथ-प्रदर्शक तंत्र है।”
सिंगापुर के प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए मोदी ने कहा, “आपके प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। मेरी ओर से आपको बहुत-बहुत बधाई। मुझे पूरा भरोसा है कि 4जी (चौथी पीढ़ी के नेताओं) के नेतृत्व में सिंगापुर और भी तेजी से प्रगति करेगा।” (इनपुट – ANI /भाषा)
