भारत के ‘दोस्त’ सऊदी अरब ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अपना दूतावास फिर से खोल दिया है। सऊदी अरब के इस फैसले का तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय की तरफ से स्वागत किया गया है। अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद सऊदी अरब ने पहली बार सऊदी अरब ने अपना दूतावास खोला है।
रविवार को काबुल में सऊदी के दूतावास द्वारा X पर कहा गया कि वह मिशन की गतिविधियों को “भाईचारे वाले अफगान लोगों को सभी सेवाएं प्रदान करने की सरकार की उत्सुकता के आधार पर” फिर से शुरू कर रहा है।
‘सभी मामलों में सहयोग करेंगे’
सऊदी द्वारा काबुल में दूतावास खोले जाने पर तालिबान के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता जिया अहमद तकाल ने कहा, “हम काबुल में सऊदी अरब के दूतावास को फिर से खोलने का स्वागत करते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि मंत्रालय सभी मामलों में सहयोग करेगा और उनकी सुरक्षा पर पूरा ध्यान देगा।”
उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों को उम्मीद है कि दूतावास के दोबारा खुलने से दोनों देशों के बीच संबंधों और सहयोग में इजाफा होगा, साथ ही सऊदी अरब में रहने वाले अफगानों की समस्याओं और मांगों का समय पर समाधान भी हो सकेगा।
आपको बता दें कि दुनिया का कोई भी देश आधिकारिक रूप से तालिबान को अफगानिस्तान के आधिकारिक शासक के रूप में मान्यता नहीं देता है। हालांकि कई देशों के तालिबान के साथ राजनयिक संबंध भी हैं।