India-Canada Relations: भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खियां लगातार बरकरार है और यह बढ़ती ही जा रही हैं। कनाडाई राजनयिकों को निलबिंत किए जाने और भारत के अपने अधिकारियों को वापस बुलाने के बाद से हालात और भी खराब हुए हैं। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले पर भारत ने बार-बार अपना रुख साफ किया है और कनाडा से उसके सबूत मांगे है। अब एक नया दावा यह किया गया है कि कनाडा में आपराधिक साजिश के पीछे पीएम मोदी के करीबी में से एक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडा विदेश मामलों के उप मंत्री डेविड मॉरिसन ने सांसदों से कहा, “कनाडा में आपराधिक साजिश के पीछे मोदी के करीबी लोगों में से एक है।’ मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सलाहकार ने कनाडाई लोगों को निशाना बनाकर खुफिया जानकारी जुटाने के अभियान का आदेश दिया था।

कनाडाई पीएम ने लगाए थे आरोप

एक साल पहले भारत ने 41 कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि ऐसे आरोप हैं कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने कनाडाई धरती पर सिख कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश रचने में मदद की थी। भारत ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और कनाडा से उसके सबूत मांगे थे। वह अभी तक सबूत पेश नहीं कर पाया है।

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अमेरिका ने भी भारत-कनाडा विवाद में मारी एंट्री

कनाडा अकेला ऐसा देश नहीं है जिसने भारतीय अधिकारियों पर विदेशी धरती पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने इस महीने न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या की कथित नाकाम साजिश के सिलसिले में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के खिलाफ आपराधिक आरोप की घोषणा की।

विदेश मंत्री का कड़ा जवाब

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत ने कनाडा में संगठित अपराध के मुद्दे को उठाया था, लेकिन लंबे समय तक इसे कनाडा की सरकार की ओर से नजरअंदाज किया गया। इतना ही नहीं विदेश मंत्री ने कहा कि जब भी राष्ट्रीय हित, अखंडता और संप्रभुता की बात आएगी तब-तब भारत सख्त कदम उठाएगा। उन्होंने कहा, ‘कनाडाई सरकार ने हमारे उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाया, जिसको लेकर हमने सही जवाब दिया।’